Madhav Singh Solanki Passes away: कांग्रेस के दिग्गज नेता माधव सिंह सोलंकी का निधन, चार बार रहे गुजरात के मुख्यमंत्री

Madhav Singh Solanki Passes away: कांग्रेस के दिग्गज नेता और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी का आज निधन हो गया। 93 साल के माधव सोलंकी ने शनिवार को अंतिम सांस ली। सोलंकी चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके थे।
Madhav Singh Solanki, senior Congress leader and former Chief Minister of Gujarat, passes away.
— ANI (@ANI) January 9, 2021
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ट्वीट कर माधव सिंह सोलंकी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, “उन्हें समाज के लिए उनकी समृद्ध सेवा के लिए याद किया जाएगा।
PM Narendra Modi condoles the death of Madhav Singh Solanki, senior Congress leader and former Chief Minister of Gujarat.
"He will be remembered for his rich service to society. Saddened by his demise", tweets PM Modi https://t.co/SwWmEfHDYO pic.twitter.com/85cbAYpxYo
— ANI (@ANI) January 9, 2021
राहुल गांधी ने ट्वीट कर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, ‘माधव सिंह सोलंकी के निधन से दुखी हूं। उन्हें कांग्रेस की विचारधारा को मजबूत करने और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना।’
Saddened by the demise of Shri Madhavsinh Solanki.
He will be remembered for his contribution in strengthening the Congress ideology & promoting social justice.
Heartfelt condolences to his family & friends.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 9, 2021
माधव सिंह सोलंकी भारत के विदेश मंत्री का पद भी संभाल चुके थे। उन्हें खाम सिद्धांत (KHAM- Kshatriya, Harijan, Adivasi, Muslim coalition) के लिए जाना जाता है। सोलंकी को KHAM थ्योरी का जनक भी माना जाता है। KHAM यानी क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम। इसी जातिगत समीकरण के दम पर वो 1980 के दशक में गुजरात की सत्ता में आए थे।
क्षत्रिय समुदाय से आने वाले माधव सिंह सोलंकी पेशे से वकील थे। आणंद के नजदीक बोरसाड कस्बे में जन्में सोलंकी पहली बार 1977 में मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 1980 के चुनाव में सोलंकी के नेतृत्व में पार्टी ने 182 में से 141 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया था। इस चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 9 सीटें मिली थीं।