हाइलाइट्स
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भूपेश सरकार ने शुरू की थी रोका-छेका
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विष्णुदेव साय सरकार ने योजना की बंद
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योजना बंद करने के बाद सियासत शुरू
CG Roka-Chheka Yojana Closed: छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद पुरानी सरकार की योजनाओं में भी परिवर्तन किए जा रहे हैं। विष्णुदेव साय सरकार ने कई पुरानी योजनाओं के नाम बदले है।
वहीं अब तत्कालीन भूपेश सरकार की रोका-छेका योजना को बंद (CG Roka-Chheka Yojana Closed) करने का फैसला लिया है। इस योजना के बंद करते ही प्रदेश में सियासी पारा गरम हो गया हे। इसको लेकर सियासी उठापटक और बयानबाजी शुरु हो गई है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती भूपेश सरकार की योजनाओं के बाद अब अभियानों पर सरकार की बिजली गिर रही है। साय सरकार ने तत्कालीन भूपेश सरकार के रोका छेका अभियान को बंद करने का फैसला लिया है। जिसके बाद से प्रदेश की सियासत में घमासान शुरु हो गया है।
क्या था रोका-छेका अभियान ?
बता दें पिछली भूपेश सरकार ने रोका-छेका अभियान (CG Roka-Chheka Yojana Closed) की शुरुआत की थी। इस योजना में आवारा मवेशियों को रोकना उद्देश्य था।
मानसून के शुरू होते ही फसलों में मवेशियों के द्वारा नुकसान पहुंचाया जाता है। इससे फसलों को काफी नुकसान होता था। इसकी शुरुआत जुलाई 2022 से की गई थी।
इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए चलाए गए विशेष अभियान के तहत लोगों से रोका-छेका के लिए अपील की गई थी।
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विकास पर सरकार का ध्यान नहीं: बैज
साय सरकार के अभियान पर रोक लगाने के फैसले पर कांग्रेस हमलावर हो गई है। पीसीसी चीफ दीपक बैज का कहना है कि साय सरकार का ध्यान प्रदेश के विकास पर नहीं है, बल्कि पिछली सरकार की योजनाओं को बंद (CG Roka-Chheka Yojana Closed) करने पर है।
वहीं बीजेपी भूपेश सरकार की हर योजना को भ्रष्टाचारी योजना बता रही है। बीजेपी प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव का कहना है कि भूपेश सरकार में जो भी योजना बनाई गई, वे भ्रष्टाचार करने के लिए बनाई गई। भूपेश सरकार की योजनाओं से जनता का कोई विकास नहीं हुआ।