हाइलाइट्स
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10 जून को प्रदर्शन के दौरान भड़की थी हिंसा
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हिंसा रोकने में नाकाम रहा था जिला प्रशासन
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आज व्यापारियों ने हिंसा के विरोध में बुलाया बंद
Baloda Bazar Violence Update: 10 जून को बलौदाबाजार में हुई हिंसा के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। हिंसा के बाद बलौदाबाजार कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को हटा दिया गया है।
बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय में उपद्रव किया था, इस दौरान कलेक्टोरेट ऑफिस में आग लगा दी थी, वहीं कई वाहनों को फूंक दिया था।
इस उपद्रव को रोकने में नाकाम कलेक्टर और एसपी पर प्रदेश सरकार ने कार्रवाई की है।
बलौदाबाजार हिंसा (Baloda Bazar Violence Update) मामले में सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। बलौदाबाजार के कलेक्टर केएल चौहान हटाए गए हैं। उनकी जगह नए कलेक्टर दीपक सोनी होंगे।
वहीं एसपी सदानंद कुमार को भी हटा दिया गया है। उनकी जगह विजय अग्रवाल को एसपी बनाया गया है। इसके अलावा अंबिकापुर के नए एसपी होंगे।
पूर्व मंत्री गिरफ्तारी देने पहुंचे
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा (Baloda Bazar Violence Update) को लेकर राज्य सरकार के मंत्रियों ने कांग्रेस और पूर्व मंत्री पर आरोप लगाया था।
सरकार के आरोप के बाद पूर्व मंत्री गुरु रूद्र कुमार रायपुर एसएसपी ऑफिस अपनी गिरफ्तारी देने के लिए पहुंचे।
इस दौरान पूर्व मंत्री ने कहा कि तीन-तीन मंत्रियों ने मुझ पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया, इसलिए मैं स्वयं ही गिरफ्तारी देने के लिए आया हूं।
वहीं मंत्री के द्वारा उन पर आरोप लगाने वाले सरकार के मंत्रियों पर मानहानि का केस दर्ज करने की बात भी कही जा रही है।
10 जून को भड़की थी हिंसा
बता दें कि 15 मई की रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को नुकसान पहुंचाया गया था।
जैतखाम तोड़े जाने का समाज के हजारों की संख्या में लोगों ने 10 जून को विरोध किया और असली आरोपियों को अरेस्ट करने की मांग की।
हालांकि पुलिस ने इस केस में 3 लोगों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। इस पर लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली नहीं थे। पुलिस मुख्य दोषियों को बचाने का काम कर रही है।
सोमवार को प्रदर्शन के बाद लोग उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़े। और यह उग्र हिंसा में तब्दील हो गई। जिसमें करोड़ों का नुकसान हुआ है।
अंग्रेजों के जमाने का रिकॉर्ड खत्म
जानकारी मिली है कि बलौदाबाजार (Baloda Bazar Violence Update) कलेक्टोरेट में अंग्रेजों के जमाने का लगभग 100 से 120 साल पुराना राजस्व का रिकॉर्ड रखा हुआ था।
उपद्रव की आग में यह रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया। बता दें कि 2011-12 में बलौदाबाजार को अलग जिले का दर्जा मिला।
उसी के बाद 10 ट्रकों में यहां से पूरा रिकॉर्ड एक-एक कर बलौदाबाजार लाया गया था। प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि सोमवार को बलौदाबाजार कलेक्टोरेट में लगाई गई आग में एक भी रिकॉर्ड सुरक्षित नहीं बच पाया है।
हिंसा मामले में 7 एफआईआर
बलौदाबाजार हिंसा (Baloda Bazar Violence Update) मामले में पुलिस ने 7 अलग-अलग FIR दर्ज की है। मामले में अब तक 73 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
इसके अलावा 200 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उपद्रवियों की तलाश के लिए 12 टीमें गठित की गई हैं। मामले की जांच के लिए 22 पुलिस अफसरों की टीम बनाई गई है।
14 जून को कांग्रेस करेगी जांच
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने बलौदाबाजार हिंसा (Baloda Bazar Violence Update) मामले में सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
इसके साथ ही पीसीसी चीफ दीपक बैज ने 7 सदस्यीय समिति गठित की है। यह समिति भी अपनी जांच रिपोर्ट तैयार करेगी और इसे पीसीसी को सौंपेगी।
घटना के विरोध में बलौदाबाजार बंद
घटना के विरोध में व्यापारियों ने 13 जून को बंद बुलाया है। इसका चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन किया है। बता दें कि हिंसक (Baloda Bazar Violence Update) हुए लोगों ने बलौदाबाजार शहर में भी जमकर उपद्रव किया था।
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सीएम ने की सतनामी समाज से भेंट
बलौदाबाजार हिंसा (Baloda Bazar Violence Update) के बाद सतनामी समाज के सदस्यों से सीएम विष्णुदेव साय ने मुलाकात की। सीएम ने सतनामी समाज के सदस्यों को सीएम हाउस बुलाया था।
जहां सीएम ने उनसे मुलाकात की। इस दौरान प्रदेश के कई जिलों से समाज के लोग पहुंचे थे। बलौदा बाजार में हुई हिंसा को लेकर सीएम से विस्तार से चर्चा की गई।
इस दौरान डिप्टी सीएम अरुण साव, मंत्री दयालदास बघेल, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक अजय चंद्राकर मौजूद रहे।