हाइलाइट्स
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देवेंद्र यादव की अग्रिम जमानत याचिका खारिज
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कोल लेवी स्कैम में आरोपी हैं कांग्रेस विधायक
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रायपुर की विशेष कोर्ट ने भी की थी विधायक की याचिका खारिज
Coal Levy Scam: भिलाई से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को हाईकोर्ट से झटका लगा है. हाईकोर्ट ने छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोल लेवी घोटाला मामले में कांग्रेस विधायक की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है. 540 करोड़ रुपए के कोल घोटाले मामले में देवेंद्र आरोपी हैं.
रायपुर की विशेष कोर्ट ने भी की थी याचिका खारिज
बता दें कि इससे पहले रायपुर की विशेष अदालत ने भी विधायक देवेंद्र यादव की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. विशेष अदालत ने माना था कि इस पूरे घोटाले (Coal Levy Scam) से जुड़े पैसे का इस्तेमाल उन्होंने चुनाव में किया था. इसके बाद यादव ने अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी.
विधायक के वकील ने पिछली सुनवाई में तर्क दिया था कि धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत कांग्रेस विधायक के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है. इसलिए उन्हें अपराधी नहीं बनाया जा सकता. उन्होंने कोर्ट से कहा कि किसी केस में केवल जानने से कोई मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत आरोपी नहीं बनाया जा सकता. इस केस में देवेंद्र यादव को सिर्फ इसलिए आरोपी बनाया गया, क्योंकि वह सूर्यकांत तिवारी को जानते हैं.
2 मार्च को कोर्ट में नहीं पेश हुए थे यादव
ED के वकील ने सुनवाई के दौरान अग्रिम जमानत देने का विरोध किया और जांच में मिले साक्ष्यों को पेश किया. सभी पक्षों को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था. 2 मार्च को कोर्ट में हाजिर नहीं होने पर रायपुर की स्पेशल कोर्ट ने देवेंद्र यादव, कांग्रेस नेता विनोद तिवारी और आरपी सिंह के खिलाफ दूसरा जमानती वारंट जारी किया था.
कोर्ट ने 27 मार्च तक सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश होने को कहा है. कोल घोटाले के मामले (Coal Levy Scam) में देवेंद्र यादव ने 2 मार्च को कोर्ट में अनुपस्थिति को माफ करने के लिए आवेदन लगाया गया था. लेकिन कोर्ट ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद आवेदन खारिज कर दिया था.
देवेंद्र यादव को किया जा सकता है गिरफ्तार
देवेंद्र यादव को रायपुर की विशेष अदालत से पेश होने के लिए लगातार समन भेजा जा रहा है. पिछली सुनवाई में दूसरा जमानती वारंट जारी किया गया था. अब बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट के फैसले के बाद रायपुर की स्पेशल कोर्ट गैर जमानती वारंट जारी कर सकती है.
ऐसा होता है तो विधायक देवेंद्र यादव गिरफ्तार भी किया जा सकता है. इस मामले में देवेंद्र यादव, रानू साहू, निखिल चंद्राकर, विनोद तिवारी, चंद्रदेव राय, आरपी सिंह, रोशन सिंह, पीयूष साहू, नवनीत तिवारी, मनीष उपाध्याय और नारायण साहू आरोपी बनाए गए हैं.
बता दें कि नारायण साहू और पीयूष साहू दोनों ही सूर्यकांत तिवारी के स्टाफ हैं. हालांकि रानू साहू और निखिल चंद्राकर के अलावा इनमें से किसी एक को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है. ऐसी खबर है कि बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है.
6 से अधिक लोग न्यायिक हिरासत में
ED ने 540 करोड़ रुपए के कोल लेवी स्कैम में निलंबित IAS रानू साहू के साथ IAS समीर विश्नोई, कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी और जेडी माइनिंग एसएस नाग समेत 6 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था. ये सभी न्यायिक रिमांड पर जेल में हैं. इन लोगों से पूछताछ के बाद इनके घरों से कुछ दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं.
ईडी ने पिछले साल 540 करोड़ के अवैध कोल परिवहन का मामला दर्ज किया है. कोल परिवहन में कोयला एजेंसियों से प्रति टन 25 रुपए कमीशन हड़पने का आरोप है. ये वूसली सिंडिकेट करता था. सिंडिकेट के लोगों के नाम पर ही FIR दर्ज की गई है.