भोपाल। बल्लभ भवन में सीएम शिवराज CM Shivraj Minister Meeting ने आज दोपहर 12 बजे मंत्रियों के साथ चर्चा की। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट में मंत्रियों से आज प्रदेश के अनलॉक होने पर संवाद किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि दो ढाई माह से प्रदेश को रेवेन्यू का नुकसान हुआ है। संसाधनों की कमी हो गई है, लेकिन उसके बाद भी अब हमें आत्मनिर्भर मप्र के लिए काम करना है।
ध्यान रखें कि भीड़ इकट्ठी नहीं हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि जितनी जल्दी हो मंत्री कार्य योजना बनाएं। अब शिलान्यास लोकार्पण की योजना बनाएं। ऐसे काम जिनको शुरू करना है या फिर जिनका निर्माण पूरा हो गया है, उनका वर्चुअल तरीके से लोकार्पण शिलान्यास करें जिन कामों का लोकार्पण शिलान्यास मैं कर सकता है, उनका मैं करूंगा जो आप कर सकते हैं, उनका आप करें। अब हर जिले में सीटी स्कैन मशीन लग रही है। इस तरह की व्यवस्थाएं लोगों में विश्वास पैदा करेंगी। इसलिए इनका वर्चुअल लोकार्पण करें। इस बात का ध्यान रखें कि भीड़ इकट्ठी नहीं हो।
एक अलग तरह के मॉडल में लेकर जाना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि मप्र को एक अलग तरह के मॉडल में लेकर जाना है। स्कूली बच्चों की पढ़ाई की चिंता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदेश में कोरोना की स्थिति को नियंत्रित करने, ऑक्सीजन की उपलब्धता अस्पतालों की व्यवस्था को बेहतर बनाने, अनलॉक की प्रक्रिया तय करने सहित अलग-अलग व्यवस्थाएं तय करने के लिए 6 समूह बनाए थे।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट की बैठक से पहले मंत्रियों को संबोधित किया। उन्होंने कोविड और वैक्सीनेशन को लेकर ये संबोधन मंत्रियों को दिया है, जिसमें सीएम ने मंत्रियों से कहा कि वो कोविड प्रभावित जिलों के दौर पर जाएं। जल्द योजना बनाकर दौरे शुरु करें साथ ही वैक्सीनेशन को लेकर लोगों को जागरुक करें। उन्होंने कहा कि वह खुद भी जिलों का दौरा करेंगे।
कोविड अनुकूल व्यवहार के पालन की समीक्षा करें
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को कोरोना प्रभार के जिलो के दौरे पर जाने को कहा। उन्होंने कहा कि
आज योजना बनाए और दौरे शुरू करें। वैक्सिनेशन को लेकर लोगों को जागरूक करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीन, अस्पतालों के प्रबंधन, जन जागरूकता, ऑक्सीजन की उपलब्धता , तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों के लिए मंत्रियों के समूह बनाए गए है , आप सभी समूह की बैठक लेकर समीक्षा और आवश्यक क्रियान्वयन करते रहे। शिक्षा के समूह की बैठक महत्वपूर्ण, शिक्षाविदों, विद्वानों से चर्चा करें और बच्चों की शिक्षा पर अध्ययन कर नए सुझावों पर काम शुरू करे, नवाचार कर मॉडल स्थापित करे।
ये दिए निर्देश
1. मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
2. पिछले दो-तीन माह में कोरोना के प्रकोप के कारण आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के क्रियान्वयन पर अधिक चर्चा नहीं हो सकी।
3. मैंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अब एक बार फिर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को क्रियान्वित करने के लिए जी-जान से जुट जाएं।
4. कोरोना नियंत्रण की भविष्य की रणनीति तैयार करने के लिए जो मंत्री समूह बनाए गए थे, उनकी अनुशंसाओं को भी आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में मिशन निरामय के अंतर्गत शामिल किया जा रहा है।
5. आप विभागीय स्तर पर अपने विभाग से संबंधित आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्यों की समय सीमा में प्राप्ति के लिए समीक्षा प्रारंभ कर दें।