भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल की मनुआभान टेकरी पर अमृत परियोजना में निर्मित जलशोधन संयंत्र का लोकार्पण किया। नगर निगम भोपाल ने 50 एमएलडी क्षमता के इस संयंत्र का निर्माण कर बड़ी झील से नगर के विभिन्न इलाकों में उच्च स्तरीय टंकियों के माध्यम से जलप्रदाय करने के लिए करवाया है। इस संयंत्र से करीब साढ़े तीन लाख आबादी को शुद्ध और सुचारू पेयजल मिलेगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य प्रत्येक घर पर स्वच्छ पेयजल पहुंचाना है। भोपाल के लांबाखेड़ा, संत हिरदाराम नगर, भानपुरा सहित गोविंदपुरा, नरेला, हुजूर और बैरसिया क्षेत्र के अन्य कई इलाकों को नये संयंत्र का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने राजधानी भोपाल को मिली इस सौगात के लिए नागरिकों को बधाई दी। उन्होंने अधिकारियों को संयंत्र के सुचारू संचालन के निर्देश भी दिए। सीएम शिवराज ने जलशोधन संयंत्र के साथ ही इंटेकवेल एवं अलग-अलग स्थानों पर बनी 23 उच्चस्तरीय टंकियों का संयुक्त लोकार्पण किया।
आज भोपाल के मनुआभान की टेकरी पर नवनिर्मित 50 एमएलडी क्षमता के जलशोधन संयंत्र का लोकार्पण किया।
लांबाखेड़ा, करोंद, भानपुर, बैरागढ़ आदि क्षेत्रों में इसका शुद्ध पेयजल पहुंचेगा। इससे लगभग 3.5 लाख भोपालवासी लाभान्वित होंगे।
लाभान्वित होने वाले परिवारों को बधाई, शुभकामनाएं! pic.twitter.com/pjTeRyUjUZ
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 26, 2020
मनुआभान जलशोधन संयंत्र की लागत 13.90 करोड़ है। करबला इंटेकवेल और पंप हाउस की लागत 5.30 करोड़, रॉ वाटर राइजिंग मैन बिछाने की लागत 12.10 करोड़, 5 उच्चस्तरीय टंकियों की निर्माण लागत 7 करोड़, जल वितरण नालिकाओं और फीडरमैन बिछाने की लागत 28.50 करोड़ है। पंप हाउस जलशोधन संयंत्र तक 8 एमएल व्यास के 5630 मीटर पाईप का उपयोग किया गया है। विभिन्न टंकियों को भरने के लिए 300 से 800 मीटर व्यास की फीडर लाइन बिछाई गई है।
भारतमाता मंदिर प्रोजेक्ट
इस अवसर पर मुख्यमंत्री को नगर निगम अधिकारियों ने टेकरी परिसर में निर्मित होने वाले भारत माता मंदिर प्रोजेक्ट की भी जानकारी दी। यहां भारत माता की मूर्ति की स्थापना के साथ ही स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरों और प्रतिमाओं को प्रदर्शित करने की भी योजना है।