भोपाल। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार की महिला मंत्री इमरती देवी के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की टिप्पणी के विरोध में सोमवार को मौन व्रत करेगी। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भोपाल में पुरानी विधानसभा, मिंटो हॉल के पास, महात्मा गांधी की प्रतिमा पर एवं प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ग्वालियर के फूलबाग में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मौन व्रत करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की टिप्पणी के प्रति विरोध जताने एवं इस संबंध में जनजागरण के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को पूरे प्रदेश में एक साथ मौन व्रत करने का निर्णय लिया है। मौन व्रत का यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेगा। पार्टी के नेता, जनप्रतिनिधि, मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौन व्रत के इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।
कांग्रेस बोली भाजपा खुद कर रही अपमान
उधर कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने मीडिया को जानकारी ने दी कि पूर्व सीएम कमलनाथ ने आज डबरा की सभा दिए भाषण में कहीं भी उन्होंने इमरती देवी के नाम का जिक्र तक नहीं किया , भाजपा खुद मंत्री इमरती देवी का अपमान कर रही है। नरेंद्र सलूजा ने बताया कि आज ग्वालियर जिले के डबरा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक सभा को संबोधित करते हुए अपनी बातें रखी।
उन्होंने अपने भाषण में कहीं भी मंत्री इमरती देवी का नाम तक नहीं लिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लेता। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “ यह क्या आइटम है “ इन शब्दों में भी कहीं भी इमरती देवी का नाम तक नहीं है लेकिन मुद्दा विहीन ,भाजपा फुर्सत में बैठी भाजपा चालू हो गई कि मंत्री इमरती देवी को आइटम बता दिया , चुनाव आयोग में झूठी शिकायत करने पहुंच गए।
ये है मामला
रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने डबरा में पहुंचे थे। डबरा में कमलनाथ ने कहा- हमारे राजे (कांग्रेस प्रत्याशी) तो सीधे-साधे और सरल हैं। ये उसके जैसे नहीं हैं। मैं क्यों उसका नाम लूं। इतने में लोग बोले- इमरती देवी। इस पर हंसते हुए नाथ बोले- आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं। आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था। वह क्या आइटम है। इसके बाद बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग पहुंचा और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की शिकायत करने की। बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल कर अब चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग कर रहा है