हाइलाइट्स
- सीएम मोहन ने वनतारा वन्य जीव केंद्र का दौरा किया।
- MP के हर संभाग में खुलेंगे वाइल्डलाइफ रेस्क्यू सेंटर।
- गुजरात के जामनगर में स्थित है वनतारा वन्य जीव केंद्र।
CM Mohan Gujarat visit: मध्य प्रदेश में वन्य प्राणियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुजरात के जामनगर स्थित वनतारा वन्य जीव केंद्र का दौरा किया। सीएम ने इस केंद्र की सुविधाओं और कार्यप्रणाली का अध्ययन किया, उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में नए वन्य प्राणी रेस्क्यू सेंटर स्थापित किए जायेंगे। सीएम ने कहा कि सरकार नागरिकों के साथ-साथ वन्यजीवों के प्रति भी संवेदनशील है।
सीएम मोहन यादव का गुजरात दौरा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को गुजरात के जामनगर स्थित अंबानी ग्रुप के वनतारा वन्य जीव केंद्र का दौरा किया। इस केंद्र का उद्देश्य वन्य प्राणियों की सुरक्षा, उपचार और पुनर्वास है। मुख्यमंत्री ने इस केंद्र की कार्यप्रणाली का अध्ययन किया और मध्य प्रदेश में भी ऐसे रेस्क्यू सेंटर स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रदेश में बढ़ रही वन्यजीवों की संख्या को ध्यान में रखते हुए रेस्क्यू सेंटर की भी आवश्यकता बढ़ रही है। हम प्रत्येक संभाग में वन्यजीवों के लिए रेस्क्यू सेंटर खोलने की योजना पर काम कर रहे हैं। इसी संदर्भ में आज जामनगर, गुजरात जा रहा हूं। pic.twitter.com/4O5ivBREUz
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 11, 2025
संभागीय स्तर पर रेस्क्यू सेंटर खोलने की योजना
दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में संभागीय स्तर पर वन्य प्राणियों के उपचार और देखरेख के उद्देश्य से रेस्क्यू सेंटर खोले जाने की तैयारी की है। इन तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुजरात के जामनगर में अंबानी ग्रुप का वनतारा वन्य जीव केंद्र पहुंचे और सेंटर की व्यवस्थाओं को देखा।
जल्दी ही वन्य जीवों के हित में लेंगे बड़े फैसले
सीएम ने कहा तकि वनतारा वन्य जीव केंद्र देश के सर्वश्रेष्ठ वन्य प्राणी रेस्क्यू सेंटर है। इस सेंटर अध्ययन मध्य प्रदेश के वन विभाग के अधिकारियों ने किया है। इस सेंटर में वन्यजीवों की सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंध की जानकारी लेकर एमपी सरकार भी इस दिशा में काम करेगी। जल्दी ही सरकार वन्य जीवों के हित में बड़े फैसले लेगी।
मध्य प्रदेश में रेस्क्यू सेंटर की आवश्यकता
मध्य प्रदेश में वन्य प्राणियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। राज्य में बाघ, तेंदुआ, गिद्ध, किंग कोबरा और चीते जैसे वन्य प्राणी पाए जाते हैं। इनकी सुरक्षा और देखभाल के लिए रेस्क्यू सेंटर की आवश्यकता है। वर्तमान में भोपाल में वन विहार में रेस्क्यू सेंटर है, लेकिन प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी ऐसे केंद्रों की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने वनतारा वन्य जीव केंद्र का दौरा
जामनगर पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा, देश में वन क्षेत्र अन्य राज्यों की अपेक्षा ज्यादा है। टाइगर, तेंदुए, गिद्ध देश में सबसे ज्यादा एमपी में हैं। अब तो किंग कोबरा भी आ गया है। इन सबको सुरक्षित रखने के लिए रेस्क्यू सेंटर की जरूरत है। चीते भी हैं, जिनका ध्यान रखना होता है। प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है तो जू की संख्या भी बढ़ना चाहिए। प्रदेश के अलग-अलग वन क्षेत्रों में मगरमच्छ और घड़ियालों का बसेरा है। प्रदेश में वन्य जीव संरक्षण, जंगलों की रक्षा और पारिस्थितिकी तंत्र को पुनर्जीवित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इस मामले में कुछ नए फैसलों को लेकर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
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रेस्क्यू सेंटर की योजना और कार्यप्रणाली
रेस्क्यू सेंटर संभागीय स्तर पर स्थापित किए जाएंगे। इन केंद्रों में वन्य प्राणियों का उपचार, देखभाल और पुनर्वास किया जाएगा। इसके अलावा, वन्य प्राणियों की जागरूकता के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्य प्राणियों के लिए चिकित्सकों की आवश्यकता है, जिसके लिए विश्वविद्यालयों में वेटरनरी अस्पताल और कोर्स शुरू किए जाएंगे।
वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संरक्षण
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संरक्षण राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणियों की आबोहवा में बदलाव की स्थिति न बने, इसके लिए रेस्क्यू सेंटर आस-पास के इलाकों में बनाए जाएंगे। वन्य प्राणियों की देख रेख पर भी सरकार फोकस कर रही है।
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