MP Education: मध्यप्रदेश की सियासत में एक बार फिर राम और कृष्ण की एंट्री हो गई है। सीएम मोहन यादव ने योग दिवस पर कॉलेजों के सिलेबस में राम और कृष्ण को जोड़ने की बात कही। वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया। दिग्गी ने पूछा कि अगर सिलेबस में राम और कृष्ण को पढ़ाया जा सकता है तो मोहम्मद और जीजस को क्यों नहीं ?
MP के सिलेबस में शामिल होंगे राम और कृष्ण
मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार अब भगवान राम और कृष्ण के जीवन की शिक्षाओं को पाठ्यक्रम में शामिल करने जा रही है। मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि भगवान राम और कृष्ण को स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा में शामिल किया जा रहा है। प्रदेश में पिछले 20 सालों से बीजेपी सत्ता पर काबिज है। सरकार और बीजेपी संगठन सनातन की विचारधारा पर आगे बढ़ती रही है।
मोहन यादव जब उच्च शिक्षा मंत्री बने तो राम और कृष्ण की विचारधारा को आगे बढ़ाया। अब तो मोहन यादव प्रदेश के मुखिया हैं। सीएम की कोशिश यही है कि राम और कृष्ण को सिलेबस में शामिल किया जाए।
मोहन का सनातन प्रेम
मध्यप्रदेश मुगल शासकों को सिलेबस से हटाने वाला देश का पहला राज्य बना था। उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए मोहन यादव ने ये बदलाव किए थे। सिलेबस में श्रीमदभगवत गीता और रामचरित मानस को शामिल किया गया था। स्टूडेंट्स को भारतीय संस्कृति और परंपराओं को समझाने का प्रयास किया गया।
सीएम मोहन ने क्या कहा ?
सीएम मोहन यादव का कहना है कि स्कूल और कॉलेज के बच्चे अब राम और कृष्ण की राह पर जाएंगे। सरकार ने राम गमन पथ और श्री कृष्णा पथ गमन अपने हाथ में लिए हैं। पाठ्यक्रम के माध्यम से इनके चरित्र को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करेंगे।
पूर्व सीएम दिग्विजय ने क्या कहा ?
पूर्व सीएम दिग्विजय ने कहा कि राम और कृष्ण ही क्यों मोहम्मद साहब को भी सिलेबस में शामिल किया जाए। जीसस को भी पाठ्यक्रम में शामिल करने की पहल बीजेपी सरकार करे।
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सिलेबस में राम-कृष्ण की शिक्षा
श्रीराम की मर्यादा श्रीकृष्ण का ज्ञान दोनों की चर्चा और उनकी राह पर चलने की बात हमेशा से सियासत करती रही है। पाठ्यक्रम में पहले भी राम और कृष्ण पढ़ाए जाते रहे हैं। अब फिर से उसको और बेहतर तरीके समाहित करने की कोशिश हो रही है, जो अच्छा कदम हो सकता है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या यथार्थ में भी सरकार और समाज बच्चों के मन में इनके आदर्शों को उतारने में सफल होगी।