MPOA AGM CM House: मध्यप्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन (MPOA) के इतिहास में पहली बार एमपीओए की एजीएम (AGM) सीएम हाउस भोपाल में हुई। जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव भी एसोसिशन के उपाध्यक्ष की हैसियत से शामिल हुए। शनिवार, 28 दिसंबर को करीब दो घंटे एमपीओए की मीटिंग चली, जिसमें कई अहम फैसले हुए।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में खेलों के बढ़ावे के लिए हर जिले में जिला ओलंपिक एसोसिएशन का गठन किया जाए। अभी प्रदेश में करीब दर्जनभर जिलों में ही जिला ओलंपिक संघ संचालित हैं। मध्यप्रदेश में वर्तमान में 55 जिले हैं। यानी एक चौथाई से भी कम जिलों में जिला ओलंपिक एसोसिएशन की गठित हैं।
सीएम मोहन यादव, मुख्यमंत्री बनने से पहले मप्र कुश्ती संघ से जुड़े हैं। उसी लिहाज से वह मध्यप्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन में उपाध्यक्ष हैं। उसी हैसियत से सीएम ने बैठक में शिकरत की।
इस अवसर पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, मध्यप्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रमेश मेंदोला, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, मध्यप्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के सचिव दिग्विजय सिंह, खेल संचालक रवि गुप्ता मंचासीन मौजूद रहे।
जिला ओलंपिक संघों के गठन पर दिया जोर
सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में हर जिले में जिला ओलंपिक संघों का गठन होना चाहिए। जिससे खेलों को जिला स्तर से प्रोत्साहन मिल सके। साथ ही कहा कि सरकार जिला स्तरीय ओलंपिक संघों के साथ समन्वय कर जिला स्तरीय ओलंपिक गेम्स आयोजित करने की ओर कदम बढ़ाएगी। जिला स्तरीय ओलंपिक गेम्स में चयनित खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए राज्य स्तरीय ओलंपिक गेम्स (स्टेट ओलंपिक) आयोजित किए जाएंगे। खेल विभाग इसकी विधिवत कार्ययोजना बनाएगा। सबसे सुझाव लेकर ही सरकार इस दिशा में आगे बढ़ेगी।
इन्फ्रॉस्ट्रक्चर का होगा विकास
सीएम ने कहा कि प्रदेश में खेल इन्फ्रॉस्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग( स्कूल एवं कॉलेज), अन्य शिक्षण संस्थाओं में, जहां भी खेलों की ट्रेनिंग हो सकेगी, वहां इन्फ्रॉस्ट्रक्चर तैयार करेंगे। जिससे बच्चों एवं युवाओं को खेलों की बेहतर ट्रेनिंग मिल सके।
खेल संघों के साथ मिलकर सरकार कराएगी खेलो एमपी गेम्स
खेल मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि खेल संघों के साथ मिलकर सरकार ‘खेलो एमपी’ गेम्स आयोजित करेगी। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री स्वयं एक सफल खिलाड़ी रहे हैं। वे खिलाड़ियों की जरूरत को समझते हैं। यह प्रदेश के खेल जगत के लिए एक सौगात की तरह है। उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेश के खेल संघों को राज्य सरकार की ओर से अनुदान सहायता देने की मांग भी रखी।
खेल संघों के अनुदान को लेकर ये हुई चर्चा
बैठक में उठे खेल संघों को अनुदान की मांग को लेकर खेल मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि अनुदान पर सीएम मोहन यादव ने सहमति दे दी है। मुख्यमंत्री ही इसकी घोषणा करेंगे। हालांकि बाद में इस पर कोई चर्चा नहीं हुई। मप्र क्याकिंग कैनोइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष पीएस बुंदेला ने मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के कोच को भी प्राइज मनी देने की बात कही। जिस पर खेल संचालक रवि गुप्ता ने कहा नियम समझ में नहीं आता…। बुंदेला ने खेल संघों को प्रोत्साहन के लिए ओलंपिक संघ द्वारा ‘एसोसिएशन ऑफ द इयर’ पुरस्कार शुरू करने की बात कही।
खेल संघों के पदाधिकारी
44 संघों के पदाधिकारियों ने लिया भाग
मप्र ओलंपिक एसोसिएशन की एजीएम में 4 जिला ओलंपिक एसोसिएशन समेते 44 राज्य स्तरीय खेल संघों के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
स्विमिंग समेत 4 से ज्यादा स्टेट एसोसिएशन ने बनाई दूरी
मप्र ओलंपिक संघ से स्टेट लेवल के स्विमिंग एसोसिएशन समेत चार से ज्यादा एसोसिएशन ने दूरी बनाई। इनमें में स्विमिंग, कबड्डी, एथलेटिक्स, हैंडबॉल और वालीबॉल संघ के नाम प्रमुख हैं।
बैठक में संघ पदाधिकारियों ने भी अपने सुझाव एवं मांगे रखीं। बैठक में MPOA के साल भर के कामों, खेल गतिविधियों और खिलाड़ियों को दी गई सुविधाओं का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया। मप्र ओलंपिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ने ओम सोनी ने सभी का आभार माना।
राष्ट्रीय खेलों में पुराना स्टेटस कायम रखने पर जोर
गोवा में पिछले साल यानी 2023 हुए राष्ट्रीय खेलों में मध्यप्रदेश चौथे स्थान पर रहा था। मप्र ने 37 गोल्ड समेत 112 मेडल जीते थे। बैठक में सभी ने पिछली बार की तरह उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों में प्रदर्शन को दोहराने पर जोर दिया है। हालांकि, अब राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के शुरू होने में एक महीना भी बाकी नहीं है, लेकिन एमपी ओलंपिक एसोसिएशन की तैयारियां सामने नहीं आई हैं।
यहां बता दें, 38वें राष्ट्रीय खेल उत्तराखंड में 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक आयोजित किए जाएंगे।
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गोवा नेशनल गेम्स में एमपी चौथे स्थान पर रहा था
गोवा में हुए 37वें राष्ट्रीय खेलों में महाराष्ट्र (80 गोल्ड समेत 228) पहले, सर्विसेज (66 गोल्ड समेत 126) दूसरे और हरियणा (62 गोल्ड समेत 192) तीसरे स्थान पर रहा था। वहीं मध्यप्रदेश ने 37 गोल्ड, 36 सिल्वर और 30 ब्रॉन्ज मेडल समेत कुल 112 मेडल जीते थे और चौथा स्थान हासिल किया था। जो एमपी का राष्ट्रीय खेलों में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन था।
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