CM Good Governance Fellow Scheme: केंद्रीय राज्य मंत्री (कार्मिक) डॉ. जितेंद्र सिंह ने छत्तीसगढ़ में आयोजित “सुशासन” कॉन्फ्रेंस में भाग लेते हुए कहा कि वे यहां मेहमान भी हैं और मेजबान भी। भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में विभिन्न प्रदेशों के अधिकारियों ने अच्छे सरकारी कामों के आइडिया और अपनी केस स्टडी शेयर की।
IIM रायपुर के साथ मिलकर शुरू होगा सिलेबस
इस दौरान, छत्तीसगढ़ सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, और अन्य प्रदेशों से मिले अच्छे विचारों को अब राज्य में लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस कार्यक्रम में “मुख्यमंत्री गुड गवर्नेंस फेलो योजना” शुरू करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार, आईआईएम रायपुर के साथ मिलकर राज्य के मूलनिवासी छात्रों के लिए पब्लिक पॉलिसी और गवर्नेंस में मास्टर पाठ्यक्रम शुरू करेगी। इस पाठ्यक्रम के लिए छात्रों का चयन कैट (CAT) के माध्यम से किया जाएगा।
छात्रों को मासिक स्टाइपेंड भी मिलेगा
मुख्यमंत्री ने नए कोर्स की जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना में आईआईएम रायपुर में कक्षाएं तो होंगी ही, साथ ही छात्रों को छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विभागों में व्यवहारिक अनुभव भी मिलेगा।
इस पाठ्यक्रम की पूरी फीस राज्य सरकार द्वारा वहन की जाएगी और छात्रों को मासिक स्टाइपेंड भी मिलेगा। यह योजना राज्य में शासन की दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ाने के साथ-साथ राज्य के युवाओं को उच्च स्तरीय शिक्षा और प्रायोगिक अनुभव प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने राज्य की नई उद्योग नीति का भी किया उल्लेख
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जैसा कि आप जानते हैं, हमारी राजनैतिक विचारधारा का मूल ही सुशासन है। हमारे पुराणों में जो रामराज का उल्लेख है, वही हम सुशासन के रूप में देखते हैं। “सर्वे भवन्तु सुखिनः” हमारा मूलमंत्र है। उन्होंने यह भी कहा कि अंत्योदय और एकात्म मानववाद उनकी राजनीतिक दृष्टि का हिस्सा हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य की नई उद्योग नीति का भी उल्लेख किया, जिसमें पर्यटन के विकास को प्रोत्साहित किया गया है। साथ ही, बस्तर जैसे जनजातीय क्षेत्रों में उद्योगों के लिए जमीन की उपलब्धता को चुनौती बताया। कॉन्फ्रेंस में गुड गवर्नेंस, नागरिक सशक्तिकरण, शासन-प्रशासन के कार्यों और नागरिक सेवाओं तक पहुंच को सरल बनाने के लिए विभिन्न ई-प्लेटफार्म के उपयोग पर विस्तार से चर्चा की गई।
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