/bansal-news/media/post_attachments/wp-content/uploads/2024/07/jhiram-ghati-valley-massacre-chhattisgarh-cg-biggest-naxalite-attack.jpg)
रायपुर। Jhiram Ghati देश में दूसरा सबसे बड़ा नक्सली हमला कहे जाने वाले झीरम घाटी हत्याकांड के लिए इस साल 10 वर्ष पूरे हो गए हैं। 25 मई 2013 को विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने परिवर्तन यात्रा पर किए गए नक्सली हमले के जख्म अब तक नहीं भर सके हैं। कई कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या के गुनहगारों का अब तक पता नहीं चल सका है। इसी बीच अब छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है। NIA से दस्तावेज मांगे हैं।
यह भी पढ़ें- Pandit Pradeep Mishra: कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण फिर शुरू, कहां और कैसे मिलेगा?
...तो खुलासा हो जाएगा
दरअसर, राज्य सरकार ने NIA से झीरम घाटी हत्याकांड के दस्तावेज मांगे है। सीएम भूपेश बघेल ने बयान देते हुए कहा है कि हमने NIA से दस्तावेज लौटाने की मांग की है। हमें दस्तावेज लौटा दें। SIT मामले की जांच करेगी, जिसके बाद झीरम मामले का खुलासा हो जाएगा। सीएम ने कहा कि हमने मामले की जांच के लिए SIT गठित की, लेकिन SIT के खिलाफ बीजेपी के लोग कोर्ट चले गए।
25 मई को मनाया जाएगा झीरम श्रद्धांजलि दिवस
छत्तीसगढ़ सीएमओ ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि- "अब से लगभग एक दशक पूर्व 25 मई 2013 को नक्सलियों ने झीरम घाटी मे लौमहर्षक घटना को अंजाम दिया था। जिसमे जनप्रतिनिधियों के अलावा, वरिष्ठ पदाधिकारीगण एवं जवानों की शहादत हुई थी।
अब से लगभग एक दशक पूर्व 25 मई 2013 को नक्सलियों ने झीरम घाटी मे लौमहर्षक घटना को अंजाम दिया था। जिसमे जनप्रतिनिधियों के अलावा, वरिष्ठ पदाधिकारीगण एवं जवानों की शहादत हुई थी।
इसके अलावा विगत वर्षों तथा वर्तमान में भी नक्सली हिंसा में शहादत हुई है। इन सभी भाई- बहनों की स्मृति… pic.twitter.com/XlDMlqEgBS
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) May 18, 2023
यह भी पढ़ें- CG Maoist Naxal News: घुटने टेकने या मारे जाने के अलावा हिड़मा के पास कोई तीसरा विकल्प नहीं!
इसके अलावा विगत वर्षों तथा वर्तमान में भी नक्सली हिंसा में शहादत हुई है। इन सभी भाई- बहनों की स्मृति में आगामी 25 मई को प्रतिवर्ष झीरम श्रद्धांजलि दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य को शांति का टापू बनाने हेतु कृत संकल्पित है इस मौके पर सभी शासकीय अर्द्धशासकीय कार्यालयों में 2 मिनट का मौन रखा जाएगा।"
झीरम घाटी हत्याकांड क्या है?
बता दें कि माओवादियों ने 25 मई 2013 को छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की झीरम घाटी में कांग्रेस की ‘परिवर्तन रैली’ के दौरान पार्टी नेताओं के एक काफिले पर हमला किया था, जिसमें तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नंद कुमार पटेल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री वी सी शुक्ला सहित 29 लोगों की मौत हो गई थी।
यह भी पढ़ें- BTR Jungle News: मादा बाघ शावक का मिला शव, जानिए क्यों चर्चाओं में है बीटीआर
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/10/15/2025-10-15t102639676z-logo-bansal-640x480-sunil-shukla-2025-10-15-15-56-39.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें