बीजिंग। रूस के निकट सहयोगी चीन ने यूक्रेन मुद्दे से संबद्ध सभी पक्षों से संयम बरतने तथा और तनाव बढ़ाने वाला कोई भी कदम उठाने से परहेज करने की अपील की है।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि झांग जून ने यह बयान रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू करने की घोषणा के बाद दिया है। चीन की सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने बृहस्पतिवार को खबर दी कि झांग ने यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र की महासभा के 76 वें सत्र में पूर्ण बैठक में कहा, ‘‘ वर्तमान परिदृश्य में सभी संबंधित पक्षों को संयम बरतना चाहिए तथा ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे तनाव और बढ़े।’’ टेलीविजन पर प्रसारित संबोधन में पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में सैन्य अभियान चलाने का रूस का कदम उस देश से उत्पन्न खतरे के मद्देनजर उठाया गया है।
उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि यदि वे रूस की कार्रवाई में दखल देते हैं तो उन्हें ‘ऐसे परिणाम भुगतने होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे।’’शिन्हुआ के अनुसार झांग ने कहा, ‘‘ चीन यूक्रेन में उभरती स्थिति पर ध्यान दिये हुए है। सभी देशों की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा पर चीन का रूख निरंतर एक-सा रहा है। संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों को संयुक्त रूप से अक्षुण्ण रखा जाना चाहिए। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि यूक्रेन के मुद्दे की जड़ें ऐतिहासिक एवं वर्तमान कारकों में समायी हुई हैं । उन कारकों की परस्पर क्रिया से स्थिति यहां तक पहुंची है। वर्तमान परिदृश्य में सभी संबंधित पक्षों को संयम बरतना चाहिए और कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे और तनाव बढ़े।
झांग ने कहा, ‘‘ हम राजनयिक समाधान ढूढने में जुटे सभी पक्षों का स्वागत एवं उत्साहवर्धन करते हैं।’’ चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बीजिंग में मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘ वर्तमान परिस्थिति में यूक्रेन मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान के दरवाजे पूरी तरह बंद नहीं हुए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अमेरिका को यूक्रेन मुद्दों एवं रूस के साथ संबंधों को निपटने के दौरान चीन एवं अन्य देशों के वैध अधिकारों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।’’ उन्होंने रूस के विरूद्ध अमेरिका की पाबंदियों की निंदा की और कहा , ‘‘ प्रतिबंध समस्याओं के समाधान के कभी मौलिक रूप से कारगर तरीके नहीं हैं और चीन हमशा एकतरफा पाबंदियों का विरोध करता है।’