चीन China Changed Name Arunachal Pradesh : चीन की खुराफात एक बार फिर सामने आई है जहां पर अरूणाचल प्रदेश को निशाने पर लेते हुए 11 जगहों के नाम बदल दिए है तो वहीं पर अब तक के मामले में ये 5 साल में तीसरी बार हुआ है।
चीन के मंत्रालय ने बदले नाम
आपको बताते चलें कि, यहां पर चीन के सटे अरूणाचल प्रदेश के 11 जगहों के लिए सिविल अफेयर मिनिस्ट्री ने मंजूरी दी है। जहां पर यह सभी इलाके जेंगनेन (चीन के दक्षिण राज्य शिजियांग का हिस्सा) में आते हैं। इनमें से 4 रिहायशी इलाके हैं। इनमें से एक इलाका अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर से बेहद करीब है। 5 पहाड़ी क्षेत्र और दो नदियां हैं। चीन ने इन इलाकों के नाम मन्दारिन और तिब्बती भाषा में रखे हैं।
विदेश मंत्रालय ने किया हरकत पर पलटवार
आपको बताते चलें कि, यहां पर चीन की इस खुराफात पर भारत के विदेश मंत्रालय ने पलटवार किया है जहां पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है- हमारे सामने चीन की इस तरह की हरकतों की रिपोर्ट्स पहले भी आई हैं। हम इन नए नामों को सिरे से खारिज करते हैं। अरुणाचल प्रदेश भारत का आतंरिक हिस्सा था, हिस्सा है और रहेगा। इस तरह से नाम बदलने से हकीकत नहीं बदलेगी।
जानिए क्यों बदल रही नाम
आपको बताते चलें कि, यहां पर चीन के द्वारा नाम बदलने को लेकर कहा जा रहा है कि, चीन जिन जगहों के नाम बदले गए हैं वो कई सौ सालों से रही हैं। चीन का इन जगहों का नाम बदलना बिल्कुल जायज है। पुराने समय में जेंगनेन ( चीन में अरुणाचल को दिया नाम) के इलाकों के नाम केंद्रीय या स्थानीय सरकारें ही रखती थीं। इसके अलावा इलाके के जातीय समुदाय जैसे तिब्बती, लाहोबा, मोंबा भी अपने अनुसार जगहों के नाम बदलते रहते थे।