Children Social Media Account New Rule: देश में अब बच्चे अपनी मर्जी से सोशल मीडिया अकाउंट नहीं बना पाएंगे। व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाने के लिए उन्हें पेरेंट्स की परमिशन लेनी होगी। केंद्र सरकार जल्द ही नया नियम लाने वाली है। इस नियम से माता-पिता की अनुमति से ही बच्चे (18 साल से कम उम्र के यूजर्स) सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर पाएंगे।
केंद्र सरकार ने तैयार किया ड्राफ्ट
Draft DPDP rules are open for consultation. Seeking your views.https://t.co/cDtyw7lXDN
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) January 3, 2025
अब 18 साल से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया अकाउंट खोलने के लिए माता-पिता की अनुमति लेनी होगी। केंद्र सरकार ने डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट (DPDP), 2023 के तहत नियमों का ड्राफ्ट बनाया है। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने नोटिफिकेशन में कहा कि लोग Mygov.in पर जाकर इस ड्राफ्ट को लेकर अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। इसके साथ ही अपने सुझाव भी दे सकते हैं। लोगों की आपत्तियों और सुझावों पर 18 फरवरी से सरकार विचार करेगी।
ड्राफ्ट में पेरेंट्स की अनुमति का सिस्टम
आपको बता दें कि करीब डेढ़ साल पहले इस बिल को संसद से मंजूरी मिली थी। ड्राफ्ट के लिए जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन एक्ट, 2023 की धारा 40 की उपधारा 1 और 2 से तहत केंद्र को मिली शक्तियों के आधार पर नियमों का ड्राफ्ट जारी हुआ है। नियमों में पेरेंट्स की अनुमति लेने का सिस्टम भी बताया है। इसके साथ ही कहा गया है कि बच्चों के लिए किसी भी रूप में उनके डेटा का इस्तेमाल करने के लिए माता-पिता की सहमति अनिवार्य है। एक्ट में पर्सनल डेटा इकट्ठा करने और उसका उपयोग करने वाली कंपनियों को ‘डेटा फिड्युशरी’ कहा गया है। कंपनियों को ये सुनिश्चित करना होगा कि बच्चों के पर्सनल डाटा का इस्तेमाल करने से पहले उनके पेरेंट्स की अनुमति ली जाए।
सोशल मीडिया से बच्चे को हो सकता है नुकसान
बच्चों का मन बहुत नाजुक और चंचल होता है। ऐसे में सोशल मीडिया का इस्तेमाल आसानी से उनकी सोच और व्यवहार को बदल सकता है। छोटी उम्र में बच्चों में अच्छे और बुरे में फर्क करने की क्षमता कम होती है। सोशल मीडिया का संसार इतना बड़ा है कि बच्चे कहां, कब और कैसे क्या जानकारी लेंगे इस पर माता-पिता कंट्रोल नहीं कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में बच्चों के सामने कुछ अश्लील सामग्री भी आ सकती हैं जो उनके मन पर बुरा असर डाल सकती हैं। कई बच्चों को सोशल मीडिया की लत लग सकती है, वे गलत दिशा में जा सकते हैं।
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लिमिट में इस्तेमाल करें तो सोशल मीडिया फायदेमंद
अगर बच्चे सोशल मीडिया का इस्तेमाल लिमिट में करें तो इसके काफी फायदे भी हैं। बच्चे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से कनेक्ट रह सकते हैं। सोशल मीडिया से कई मुद्दों पर बच्चों की बेहतर विचारधारा बनती है। वे स्किल्स बढ़ाने के लिए नई चीजें सीखते हैं और एक-दूसरे के आइडिया जानते हैं। सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने से बच्चों के कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होते हैं। बच्चों को मोटिवेट होने में भी मदद मिलती है।
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