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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के हर नगर में नल से पर्याप्त स्वच्छ पेयजल पहुंचाया जाएगा। इसके लिए संचालित पेयजल योजनाएं समय से पूरी हों, उनकी गुणवत्ता अच्छी हो तथा रेस्टोरेशन का कार्य भी साथ -साथ हो जाए और कार्य.स्थल खोद कर नहीं छोड़ा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का कोई भी नगर बिना सीवरेज सिस्टम के न रहे। सीवरेज कार्य होने पर वे कार्यशील हो और सीवेज का ट्रीटमेंट प्रारंभ हो जाए यह सुनिश्चित किया जाए।
विभिन्न नगरीय निकायों की 19 जल प्रदाय योजनाओं का वर्चुअल भूमिपूजन और लोकार्पण। https://t.co/iLwI5HFk2c
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) February 5, 2021
मुख्यमंत्री आज मंत्रालय में शहरी पेयजल एवं सीवरेज योजनाओं के कार्य की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और प्रमुख सचिव नीतेश व्यास आदि उपस्थित थे।
प्रदेश के हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं और निरंतर इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए योजनाबद्ध कार्य कर रहे हैं।
आज प्रदेश की 19 नगरीय निकायों में पेयजल परियोजनाओं का ई-लोकार्पण व शिलान्यास किया।https://t.co/iEQJfFeh1Ahttps://t.co/irANf09ECtpic.twitter.com/GgTREmFNsE— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 5, 2021
भौतिक सत्यापन कराएं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जो योजनाएं पूर्ण हो गई हैं, उनका भौतिक सत्यापन कराया जाए। आयुक्त नगरीय प्रशासन ने बताया कि प्रदेश के 211 नगरीय निकायों में पेयजल योजनाएं पूरी हो गई हैं और167 में कार्य चल रहा है।
गरीब नागरिकों को सस्ता राशन मुहैया कराया जा रहा है। उन्हें अनेक जनकल्याणकारी योजनायों का लाभ भी दिया जा रहा है। #AyushmanBharat के अंतर्गत मध्यप्रदेश में 2 करोड़ हेल्थ कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसके माध्यम से साल भर में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज दिया जाएगा।: CM @ChouhanShivrajpic.twitter.com/q7tdMuJL2s
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) February 5, 2021
वर्ष 2014 का कार्य पूरा क्यों नहीं हुआ
मुख्यमंत्री ने लंबित पेयजल योजनाओं की कार्यवार समीक्षा की। पंधाना नगर की 2014 की पेयजल योजना वर्ष 2015 में पूरी होनी थी, जो अभी तक पूरी नहीं हुई। इस पर मुख्यमंत्री ने असंतोष व्यक्त करते हुए योजना को शीघ्र पूरा किए जाने के निर्देश दिए।
प्रदेश के अपने सभी भाई-बहनों के घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं और निरंतर इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य कर रहे हैं।
स्वच्छ पेयजल से न केवल प्यास बुझती है, बल्कि कई बीमारियों से मुक्ति में यह कारगर है।: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivrajpic.twitter.com/w3HmT6Ccgi— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) February 5, 2021
रोज मॉनीटरिंग करें, शीघ्र पूरा करें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिन पेयजल योजनाओं का कार्य पूरा नहीं हुआ है, उनकी रोज मॉनीटरिंग कर उन्हें शीघ्र पूरा किया जाए।
#COVID19 काल में कई लोगों का रोज़गार छिन गया। पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत शहरी पथ विक्रेताओं को रु. 10,000 का ब्याज़मुक्त ऋण दिया गया। हमने ग्रामीण पथ विक्रेता बन्धुओं के लिए भी ऐसी ही योजना बनाकर उन्हें लाभान्वित किया।: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivrajpic.twitter.com/4URmjjF7yI
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) February 5, 2021
अमरकंटक में विशेष प्रयास करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक में सीवरेज की वर्तमान व्यवस्था ठीक नहीं है। वहां विशेष प्रयास किए जाकर तेज गति से सीवरेज का कार्य कराया जाए। नर्मदा नदी में गंदा मल.जल नहीं मिलना चाहिए। चित्रकूट में भी इस संबंध में विशेष ध्यान दिया जाए। ओंकारेश्वर की सीवरेज परियोजना भी शीघ्र पूरा करें।
स्नेहपूर्वक सहयोग करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले ठेकेदारों को स्नेहपूर्वक सहयोग करें। जो ठेकेदार कार्य नहीं करते अथवा घटिया कार्य करते हैं उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
अभी 30 प्रतिशत ट्रीटमेंट की व्यवस्था
नगरीय विकास आयुक्त ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के नगरीय निकायों में प्रतिदिन 2200 एम.एल.डी. सीवेज जनरेट होता है, जिसमें से लगभग 30 प्रतिशत मात्रा (690 एम.एल.डी.) का ही ट्रीटमेंट हो पाता है। वर्ष 2022 तक प्रतिदिन 1880 एम.एल.डी. सीवेज के ट्रीटमेंट की व्यवस्था हो जाएगी, जो कुल सीवेज का लगभग 86 प्रतिशत होगा।
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