हाइलाइट्स
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18 दिन बाद फिर वापस लौटे विक्रम अहाके
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बोले-पार्षदों के पाला बदलने से दबाव में था
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कांग्रेस में लौटने पर जा सकता है महापौर पद
Chhindwara Mahapaur: छिंदवाड़ा मेयर विक्रम अहाके ने 18 दिन पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन की थी। उनके अचानक से कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की खबर ने सबको चौंका दिया था।
अब फिर अहाके के बीजेपी छोड़ने और नकुलनाथ के पक्ष में वोट करने की अपील के एक वीडियो ने फिर से सबको चौंका दिया है।
छिंदवाड़ा लोकसभा समेत पूरे प्रदेश में अचानक से विक्रम अहाके के बीजेपी छोड़ने को लेकर फिर से चर्चा और सियासत गरमा गई है।
सोशल मीडिया पर छिंदवाड़ा महापौर (Chhindwara Mahapaur) का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वे नकुलनाथ के पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद सभी अचंभित हैं।
अचानक से बीजेपी (BJP) छोड़ने का निर्णय लिया है। उन्होंने अभी कांग्रेस (Congress) जॉइन नहीं की है। उनके इस चौंकाने वाले फैसले की वजह जानने के लिए बंसल न्यूज ने उनसे खास बातचीत की। आइए आपको बताते हैं कि उनके अचानक दोबारा पाला बदलने की वजह और उनके आगे के राजनीतिक सफर के बारे में-
सवाल: ऐसा क्या हुआ कि अचानक से कांग्रेस में वापसी का निर्णय लिया ?
जवाब: आज से 20 दिन पहले छिंदवाड़ा (Chhindwara Mahapaur) के विकास को लेकर निर्णय लिया था क्योंकि नगर निगम परिषद के 14 पार्षद बीजेपी में शामिल हो चुके थे। इससे मुझ पर भी मानसिक रूप से दबाव था।
मुझे लग रहा था कि छिंदवाड़ा के लिए हम सभी मिलकर काम करें। इसी के चलते बीजेपी जॉइन की थी। बीजेपी जॉइन करने के बाद लगातार एक चीज जहन में आ रही थी कि आज मैं जो कुछ भी हूं कमलनाथ की वजह से ही हूं। यह सब उनकी देन है। यही सवाल लगातार कौंधता रहा। यही वजह रही कि वापसी का मन बनाया।
सवाल: सुना है जब आप बीजेपी में गए थे खूब रोए थे, अब आपको कैसा महसूस हो रहा है ?
जवाब: जिस दिन बीजेपी जॉइन की थी, उस दिन से आज तक चैन की नींद नहीं सोया। जब भी मैं अपने बंगले, गाड़ी में बैठता था तो ऐसा लगता था कि ये सब कमलनाथ (Kamalnath) जी की ही देन हैं।
पिछले 20 दिनों में यही सोचते हुए आज ऐसा समय आया कि आज निर्णय नहीं लिया तो मैं खुद को माफ नहीं कर पाउंगा। इस सोच के बाद यह निर्णय लिया है।
सवाल: क्या आपके ऊपर नकुलनाथ, कमलनाथ का कोई दबाव था, क्या उनसे कोई बात हुई है ?
जवाब: किसी की तरफ से कोई दबाव नहीं था, जब मैंने बीजेपी जॉइन की थी, तब भी कोई दबाव नहीं था। अभी उनसे कोई चर्चा नहीं हुई है। उनसे दिल का रिश्ता जुड़ा हुआ है। उस समय फैसला दिमाग से लिया था आज जो फैसला लिया है वह दिल से लिया है। आज के फैसले से मैं संतुष्ट हूं।
सवाल: आगे कभी क्या ऐसा होगा कि आप फिर से दल बदलेंगे ?
जवाब: अब तो सवाल ही पैदा नहीं होता। अब जो है सब यहीं है, जिएंगे तो यहां, मरेंगे तो यहां।
सवाल: बीजेपी छोड़ने के बाद क्या बीजेपी के किसी लीडर से चर्चा हुई ?
जवाब: अभी किसी से कोई चर्चा नहीं हुई। मैंने 15 से 20 दिन बीजेपी में वहां के माहौल को समझने की कोशिश की, लेकिन में उस माहौल में सेट नहीं हो पा रहा था। विचारधारा अलग-अलग रहने से वहां असहज महसूस कर रहा था।
सवाल: अब फिर से आपके संघर्ष की शुरुआत हो सकती है, आप क्या सोचते हैं ?
जवाब: निश्चित ही आने वाले समय में छिंदवाड़ा (Chhindwara Mahapaur) में कैसी भी परिस्थिति बन सकती है। हो सकता है पद से भी इस्तीफा देना पड़े।
लेकिन जो चीजें आज कमलनाथ, नकुलनाथ जी की वहज से ही थी तो आज मेरा उनको सबकुछ अर्पण है। आगे जो भी परिस्थितियां होगी, उसका सामना करेंगे। संघर्ष करते रहेंगे।
सवाल: आपके छिंदवाड़ा से कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने भी दल बदला है, उनके लिए कोई अपील ?
जवाब: छिंदवाड़ा (Chhindwara Mahapaur) के नेताओं के सभी के अपने-अपने निर्णय हैं। आज जो मैंने निर्णय लिया है वह भावुक होकर लिया है। यह राजनैतिक निर्णय नहीं है। हो सकता है राजनीतिक रूप से आज का निर्णय गलत हो, या हो सकता है पहले जो निर्णय लिया था वह गलत हो, लेकिन आज मैं जो निर्णय ले रहा हूं उससे मैं संतुष्ट हूं।
सवाल: आपके चेहरे पर तनाव दिखाई दे रहा है, अब आपको कैसा लग रहा है ?
जवाब: जो तनाव था वह जीवन भर रहने वाला था, लेकिन आज जो मैं महसूस कर रहा हूं, बहुत हल्का महसूस कर रहा हूं।