देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 2012 के छावला सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या मामले में मौत की सजा पाने वाले तीन आरोपियों को बरी करने के उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ याचिका दाखिल करने की मंजूरी देने के लिए सोमवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना का आभार जताया। एक टवीट में धामी ने कहा, “छावला मामले में आरोपियों को बरी किए जाने के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने को मंजूरी देने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल जी का हार्दिक आभार।” धामी ने कहा कि उनकी सरकार उत्तराखंड की बेटी को न्याय और दोषियों को कठोरतम सजा दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
इससे पहले, धामी ने रविवार को नयी दिल्ली में छावला कांड की पीड़िता के माता-पिता से मुलाकात कर उन्हें आश्वासन दिया था कि प्रदेश की बेटी को न्याय दिलाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। हाल ही में उच्चतम न्यायालय ने छावला में नौ फरवरी 2012 को 19 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में निचली अदालत से मृत्यु दंड की सजा पाने वाले तीन आरोपियों को बरी कर दिया था। उत्तराखंड के पौड़ी जिले की रहने वाली पीड़िता गुरुग्राम साइबर सिटी में काम करती थी। वर्ष 2014 में निचली अदालत ने मामले को ‘दुर्लभ से दुर्लभतम’ करार देते हुए तीनों आरोपियों को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। निचली अदालत के इस फैसले को दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी सही ठहराया था।