Chhattisgarh Youth Skill Training MOU: छत्तीसगढ़ सरकार ने युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए शुक्रवार को देश की 4 बड़ी संस्थाओं के साथ एमओयू (MOU) साइन किया। ये समझौते नीति-राज्य कार्यशाला के दौरान रायपुर में हुए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि अगर हम मिलकर काम करें, तो ‘विकसित भारत’ का सपना जल्दी पूरा हो सकता है।
युवाओं को मिलेंगे रोजगार वाले कोर्स
राज्य के कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग ने यह समझौते किए हैं, जिनका मकसद युवाओं को स्किल्ड बनाकर उन्हें जॉब और स्टार्टअप की दिशा में आगे बढ़ाना है।
पहला MOU: नंदी फाउंडेशन के साथ समझौता
यह एमओयू छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकरण और नंदी फाउंडेशन के बीच हुआ है। इसका उद्देश्य है आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को रोजगार योग्य बनाना और उन्हें आजीविका के बेहतर साधन देना। इसके तहत युवाओं को अलग-अलग सेक्टर में स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी।
दूसरा MOU: महिंद्रा एंड महिंद्रा से करार
दूसरा एमओयू महिंद्रा एंड महिंद्रा और कौशल विकास प्राधिकरण के बीच हुआ है। इसके तहत दंतेवाड़ा, बलरामपुर और कोंडागांव जिलों के लाइवलीहुड कॉलेजों में ट्रैक्टर मैकेनिक की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग स्टेट प्रोजेक्ट लाइवलीहुड कॉलेज सोसायटी रायपुर द्वारा संचालित की जाएगी।
तीसरा MOU: नैसकॉम के साथ आधुनिक तकनीक की ट्रेनिंग
तीसरा समझौता उच्च शिक्षा विभाग और नैसकॉम के बीच हुआ है। इसका उद्देश्य कॉलेज के छात्रों को नए जमाने की तकनीकों की जानकारी देकर उन्हें सिर्फ जॉब सीकर नहीं, बल्कि जॉब प्रोवाइडर बनाना है।
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चौथा MOU: नंदी फाउंडेशन और उच्च शिक्षा विभाग का करार
चौथे एमओयू में उच्च शिक्षा विभाग और नंदी फाउंडेशन हैदराबाद के बीच समझौता हुआ है। इसमें कॉलेज के छात्रों को रोजगार से जुड़े स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम मिलेंगे, जिससे उन्हें अच्छी कंपनियों में प्लेसमेंट मिलने में मदद होगी।
आदिवासी और महिला फोकस पर जोर
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि 2047 तक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने का लक्ष्य है। इसके लिए युवाओं, महिलाओं और जनजातीय वर्ग को योजनाओं के केंद्र में रखा गया है। उन्होंने कहा कि स्किल डेवलपमेंट से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
आदिवासी युवाओं के लिए खास ट्रेनिंग
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि बस्तर और सरगुजा अंचल के आदिवासी युवाओं के लिए खास प्रशिक्षण और कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा महिलाओं के लिए स्वरोजगार और उद्यमिता प्रशिक्षण केंद्र भी खोले जाएंगे।
स्किल और इंडस्ट्री का जोड़
सरकार ने बताया कि बड़ी कंपनियों से एमओयू कर निवेश और रोजगार के नए मौके लाए जा रहे हैं। युवाओं को स्किल्ड बनाकर जब इंडस्ट्री से जोड़ा जाएगा, तब रोजगार की संभावनाएं तेजी से बढ़ेंगी।