Chhattisgarh (CG) Weather Monsoon Update 24 June: छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने 26 जून से प्रदेशभर में व्यापक बारिश की संभावना जताई है। राजधानी रायपुर सहित कई जिलों में आज हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ अंधड़ और वज्रपात की चेतावनी भी जारी की गई है।
पिछले 24 घंटे में बदला मौसम, तापमान में गिरावट
बीते 24 घंटों में राज्य के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई, जिससे तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिली। माना में अधिकतम तापमान 34.1°C और पेंड्रारोड में न्यूनतम तापमान 22.0°C रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा और बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय हैं, जिससे अगले दिनों में बारिश तेज होने के संकेत हैं।
रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ में बारिश की बौछारें
राजधानी रायपुर में आज (Chhattisgarh Weather Update) आकाश मेघमय रहेगा और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। बिलासपुर और रायगढ़ में भी सोमवार को बारिश हुई, जिससे मौसम सुहावना हो गया। वहीं बलरामपुर जिले में सबसे अधिक 40 मिमी बारिश दर्ज की गई है। पिछले छह दिनों में राज्य में 22.69 मिमी औसत बारिश हुई है।
33 जिलों में यलो अलर्ट, बिजली गिरने का खतरा
मौसम विभाग ने प्रदेश के सभी 33 जिलों में गरज-चमक और बिजली गिरने की आशंका जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। आगामी दो दिनों तक मानसून की रफ्तार धीमी रह सकती है, लेकिन इसके बाद एक बार फिर तेज़ बारिश होने के आसार हैं।
जून में सामान्य से कम हुई बारिश, 26 जिलों में भारी कमी
छत्तीसगढ़ में जून महीने की शुरुआत के बाद से अब तक औसत से करीब आधी बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश में अब तक 41.0 मिमी औसत वर्षा हुई है, जबकि सामान्य औसत 81.0 मिमी होती है। बलरामपुर एकमात्र ऐसा जिला रहा जहां सामान्य से अधिक बारिश हुई है, वहीं दंतेवाड़ा में सामान्य स्तर की वर्षा दर्ज की गई। शेष 26 जिलों में वर्षा सामान्य से कम रही, जिनमें से 17 जिलों में बेहद कम और 9 जिलों में कम बारिश रिकॉर्ड की गई।
मौसम विभाग के अनुसार, जून के पहले 10-12 दिन अक्सर गर्म रहते हैं और फिर बंगाल की खाड़ी या अरब सागर में बनने वाले लो प्रेशर एरिया या चक्रवातों के प्रभाव से मानसून सक्रिय होता है। इस साल भी कुछ वैसा ही ट्रेंड देखने को मिल रहा है।
मई में रिकॉर्ड बारिश, अब ठहरा मानसून
मई में छत्तीसगढ़ में रिकॉर्डतोड़ बारिश हुई थी। राज्य में 22 से 28 मई के बीच 53.51 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई थी, जो सामान्य से 374 फीसदी अधिक थी। मानसून की समय से पहले एंट्री के बाद भी पिछले 12 दिनों से यह ठहरा हुआ है और ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाया है।
हालांकि, तापमान की बात करें तो इस बार राहत देखने को मिली है। जून 2024 में अधिकतम तापमान 45.7°C दर्ज किया गया था, जबकि इस साल अब तक अधिकतम तापमान 42 से 43°C के बीच रहा है। वहीं न्यूनतम तापमान 23.5°C (19 जून) रिकॉर्ड किया गया, जो पिछले साल के औसतन 27.7°C से काफी कम है।
विषय | जून 2025 | जून 2024 | अंतर / विवरण |
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अधिकतम तापमान (अधिकतम) | 42-43°C | 45.7°C (1 जून को) | इस वर्ष लगभग 2-3 डिग्री कम |
न्यूनतम तापमान (अधिकतम) | 23.5°C (19 जून) | 27.7°C (महीना भर का औसत) | इस वर्ष ठंडक अधिक |
जून माह में औसत वर्षा | 41.0 मिमी | सामान्य औसत: 81.0 मिमी | लगभग 50% कम बारिश |
मई माह में वर्षा वृद्धि | 374% सामान्य से अधिक | – | मई में रेकॉर्ड तोड़ बारिश |
22-28 मई की वर्षा (औसत) | 53.51 मिमी | – | मानसून की अर्ली एंट्री के कारण |
सालाना सामान्य मानसून वर्षा | अनुमानित: 1200 मिमी | 1276.3 मिमी | इस बार सामान्य से थोड़ी कम संभावना |
जिले जहाँ सामान्य से अधिक वर्षा | बलरामपुर | – | इकलौता जिला जहां नॉर्मल से बहुत अधिक वर्षा |
जिले जहाँ सामान्य वर्षा | दंतेवाड़ा | – | अकेला जिला जहाँ सामान्य बारिश हुई |
सामान्य से कम वर्षा वाले जिले | 26 जिले (17 में बहुत कम, 9 में कम) | – | लगभग पूरे प्रदेश में वर्षा की कमी |
रायपुर समेत कई जिलों में चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक उत्तरी छत्तीसगढ़ में अनेक स्थानों पर भारी वर्षा के आसार हैं। वहीं मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। रायपुर में 24 जून को आकाश मेघमय रहेगा और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।
इसके अलावा बड़े बचेली, देवभोग, बीजापुर, दरभा, गंगालूर, महासमुंद, दंतेवाड़ा, अंबिकापुर, कवर्धा समेत कई क्षेत्रों में 1 से 6 सेमी तक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। मौसम विज्ञानियों ने 24 और 25 जून को प्रदेश में वज्रपात और भारी बारिश का यलो अलर्ट भी जारी किया है।
इस इमेज से समझिए मानसून की रफ्तार
सरगुजा में बाढ़ से हादसा, चार लोग बहे
तेज बारिश (Chhattisgarh Weather Update) के चलते सरगुजा में मैनी नदी में आई बाढ़ में मां-बेटे समेत चार लोग बह गए। दो महिलाओं के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि दो बच्चों की तलाश जारी है। यह घटना ढोड़ागांव क्षेत्र की है, जहां सभी पुटू (जंगली मशरूम) बीनने गए थे।
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16 दिन पहले आया मानसून, 64 साल का रिकॉर्ड टूटा
इस वर्ष छत्तीसगढ़ में मानसून सामान्य समय से 16 दिन पहले ही पहुंच गया था, जो राज्य के 64 साल के मौसम इतिहास में पहली बार हुआ। इससे पहले सबसे जल्दी मानसून वर्ष 1971 में 1 जून को पहुंचा था। 19 जून तक पूरे प्रदेश को मानसून कवर कर चुका है।
अगले एक सप्ताह छत्तीसगढ़ के कई जिलों में तेज बारिश, बिजली गिरने और अंधड़ की संभावनाएं बनी हुई हैं। नागरिकों को सावधानी बरतने और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी गई है।