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CG AI Smart Farming
हाइलाइट्स
किसानों को हर जानकारी फोन पर
एआई तकनीक से आधुनिक खेती
जैविक खेती को मिला बढ़ावा
CG AI Smart Farming: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य के कृषि क्षेत्र में एक नई तकनीकी क्रांति की शुरुआत हुई है। आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और स्मार्ट कृषि तकनीकों (CG AI Smart Farming) का उपयोग अब राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में भी किया जा रहा है। दंतेवाड़ा जिले के किसानों को हाल ही में एआई-आधारित स्मार्ट खेती प्रणाली का लाभ मिला है, जिससे वे बेहतर फसल उत्पादन, जल प्रबंधन, और उर्वरक उपयोग में सुधार कर रहे हैं। सरकार की इस पहल से छोटे और सीमांत किसानों को सबसे ज्यादा फायदा मिल रहा है।
दंतेवाड़ा के जैविक किसानों (CG AI Smart Farming) के लिए यह समय नवाचार और तकनीकी उन्नति का साबित हो रहा है। अब यह क्षेत्र पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसी आधुनिक तकनीकों को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। एआई आधारित मॉडल के माध्यम से फसलों में रोग और कीटों की पहचान कर समय पर समाधान किया जा सकेगा। एआई आधारित सिस्टम मिट्टी की नमी और मौसम की स्थिति के आधार पर स्वचालित सिंचाई को नियंत्रित करेगा, जिससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
एआई बाजार की मांग
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दंतेवाड़ा में जैविक खेती और एआई तकनीक के लिए प्रशिक्षण (फाइल फोटो)[/caption]
यील्ड प्रेडिक्शन एआई मॉडल (CG AI Smart Farming) के माध्यम से ऐतिहासिक डेटा और मिट्टी की गुणवत्ता के आधार पर फसल उत्पादन का सटीक अनुमान लगाया जा सकेगा। एआई बाजार की मांग और कीमतों का विश्लेषण कर किसानों को फसल बिक्री के लिए बेहतर मार्गदर्शन देगा। बुवाई, निराई, कटाई और छंटाई जैसे कार्यों में एआई आधारित रोबोट्स का उपयोग श्रम लागत को कम करने में सहायक होगा।
दंतेवाड़ा में जैविक खेती और एआई का इस्तेमाल
दंतेवाड़ा में जैविक खेती (CG AI Smart Farming) पहले से ही लोकप्रिय रही है, लेकिन अब इसे और प्रभावी बनाने के लिए एआई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। एआई तकनीक किसानों को मौसम का पूर्वानुमान, मिट्टी की गुणवत्ता, जल प्रबंधन और फसल सुरक्षा में मदद करेगी। विशेषज्ञों ने बताया कि सैटेलाइट इमेजिंग और ड्रोन एआई तकनीक के माध्यम से फसल की स्वास्थ्य स्थिति, मिट्टी की गुणवत्ता और पानी की आवश्यकता का सटीक विश्लेषण किया जा सकता है।
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किसानों को मिल रही सुविधाएं
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एआई तकनीक का इस्तेमाल कर दवाई का छिड़काव (फाइल फोटो)[/caption]
सरकार के सहयोग से दंतेवाड़ा (CG AI Smart Farming) में एआई-सक्षम कृषि उपकरण वितरित किए गए हैं। इन उपकरणों की मदद से किसानों को फसल की सही स्थिति, मिट्टी की नमी, कीट प्रकोप, और जलवायु में बदलाव की सही और सटीक जानकारी प्राप्त हो रही है।
ड्रोन तकनीक: दंतेवाड़ा के किसान अब ड्रोन के माध्यम से अपनी फसलों की स्थिति का निरीक्षण कर रहे हैं। ये ड्रोन हवा से खेतों का सर्वेक्षण करते हैं और एआई तकनीक का इस्तेमाल कर फसल की सेहत, पानी की आवश्यकता और उर्वरक के स्तर की जानकारी उपलब्ध कराते हैं।
मिट्टी परीक्षण किट: मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के लिए सरकार ने मृदा परीक्षण किट और एआई-आधारित विश्लेषण टूल्स दिए हैं। अब किसान अपने मोबाइल ऐप पर मिट्टी की गुणवत्ता की रिपोर्ट जान सकते हैं।
एआई चैटबॉट: सरकार ने किसानों के लिए AI चैटबॉट भी लॉन्च किया है, जो उन्हें 24×7 कृषि संबंधी सलाह देता है। किसान अब अपने मोबाइल पर ही फसल चक्र, जलवायु औन सरकार की योजनाओं की जानकारी देख सकते हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम: किसानों को एआई तकनीक से परिचित कराने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
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