Chhattisgarh News: सरकारी नियम कहते हैं कि अधिकारी को सिर्फ अपने मुख्यालय में ही एक बंगला आवंटित किया जाना है, लेकिन छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के उदयपुर में एक एसडीएम ने अपने नाम पर तीन-तीन बंगले आंवटित कर रखे हैं. अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बीआर खांडे ने अंबिकापुर, लखनपुर और उदयपुर में एक-एक बंगला खुद के लिए रिजर्व रखा हुआ है. उनका कहना है कि आए दिन मीटिंग और कार्यालय के काम के चलते इन तीनों जगहों पर उनका बंगला है.
नियमों के खिलाफ हाउसिंग बोर्ड के घरों को किया आवंटित
मीडिया में छपी खबर (Chhattisgarh News) के मुताबिक, एसडीएम बीआर खांडे के पास अंबिकापुर में एसपी बंगला के सामने एक बंगला, लखनपुर के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक बंगला और इसी तरह उदयपुर में भी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक बंगला आवंटित है. इतनी ही नहीं, सरकार अधिकारियों के ब्लॉक मुख्यालय में रहने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करके हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी बनाती है. वहां भी नियम के खिलाफ जाकर एसडीएम ने पटवारी, शिक्षाकर्मियों और संविदा कर्मचारियों को घर आंवटित कर दिया है. तो वहीं ब्लॉक मुख्यालय के अधिकारी जिला मुख्यालय में निवास कर रहे हैं.
जानें सरकारी नियम क्या कहते हैं?
उदयपुर के एसडीएम बीआर खांडे का मूलत: मुख्यालय उदयपुर है, इसलिए यहां हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक बंगला आवंटित है. वहीं लखनपुर में उनका कार्यालय कार्य होने के चलते यहां के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में भी उनका एक बंगला है. साथ ही अंबिकापुर एसपी बंगला के सामने लोक निर्माण विभाग के कॉलोनी में एक बंगला आवंटित कर रखा हुआ है. शासन के नियमानुसार अधिकारी को सिर्फ अपने मुख्यालय में ही एक बंगला आवंटित किया जाना है. इसके अलावा अगर कोई बंगला आवंटित है तो वो नियमों के खिलाफ है.
एसडीएम ने बताई तीन बंगलों के पीछे की वजह
एसडीएम बीआर खांडे ने कहा कि कार्यालय काम के अलावा मेरी सरगुजा के कलेक्टर के पास आए दिन मीटिंग होती रहती है. इस लिए अंबिकापुर में भी एक बंगला है. तो वहीं लखनपुर में भी काम के चलते आना-जाना लगा रहता है. इसलिए वहां भी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक बंगला रिजर्व रखा गया है. इसी तरह उदयपुर में भी हाउसिंग बोर्ड के एक बंगले को निवास के लिए उपयोग किया जा रहा है.
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