Chhattisgarh News: सेंट्रल GST की टीम ने अंबिकापुर के महामाया रोड स्थित कोल ट्रांसपोर्टर हर्ष रोड लाइंस इंटरप्राइजेस के ठिकाने पर दबिश दी है। यह कार्रवाई मंगलवार को रायपुर से आई 12 सदस्यीय GST टीम ने की।
जांच में यह खुलासा हो सकता है कि कोल ट्रांसपोर्टर ने लगभग आठ कंपनियां बनाई थीं, जिनका कारोबार करोड़ों रुपये में हुआ, और फिर इन कंपनियों को बंद कर दिया गया। इसके साथ ही इन कंपनियों से जुड़ी GST राशि में गड़बड़ी की संभावना जताई जा रही है। जांच दो या तीन दिनों तक चलने की उम्मीद है।
बोगस कंपनियों की बनावट और कारोबारी गतिविधियां
मिली जानकारी (Chhattisgarh News) के अनुसार, शकील अहमद नामक कोल ट्रांसपोर्टर ने आधा दर्जन से अधिक बोगस फर्में बनाई थीं। इन फर्मों के जरिए करोड़ों रुपये का कारोबार हुआ, लेकिन यह फर्में कुछ महीनों बाद बंद कर दी गईं। इन बंद कंपनियों का पैसा फिर शकील अहमद की मुख्य फर्म हर्ष रोड लाइंस इंटरप्राइजेस में ट्रांसफर किया गया। इससे इन बंद कंपनियों का सीधा संबंध हर्ष रोड लाइंस प्राइवेट लिमिटेड से जोड़ा जा रहा है।
कोल ट्रांसपोर्टिंग में बड़ा नाम शकील अहमद
शकील अहमद छत्तीसगढ़ के प्रमुख कोल ट्रांसपोर्टरों में से एक हैं। उनकी फर्म द्वारा कई बड़ी कंपनियों को कोयला सप्लाई किया जाता है। इसके अलावा, वे सिलसिला स्थित एक कोल डिपो के जरिए भी कोयला बेचते थे। शकील की कंपनी केएसके प्लांट सहित अन्य कई बड़े कोल ट्रांसपोर्टिंग कामों में शामिल रही है।
राजनीतिक संरक्षण और डायरी में उल्लेख
शकील अहमद को राजनीति से भी संरक्षण मिलने की जानकारी है। छत्तीसगढ़ में हुए कोल घोटाले के आरोपी सूर्यकांत तिवारी की डायरी में भी शकील का नाम दर्ज था। डायरी में यह उल्लेख है कि शकील अहमद को सूर्यकांत तिवारी के जरिए कोल ट्रांसपोर्टिंग का काम मिला और उसने इससे अच्छा खासा मुनाफा कमाया। इसके अलावा, शकील के पास मर्सिडीज सहित कई महंगी और लग्जरी गाड़ियां भी हैं।
जांच का दायरा बढ़ सकता है
सेंट्रल GST की टीम ने इस जांच के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इंकार किया है, हालांकि यह माना जा रहा है कि यह जांच अन्य जांच एजेंसियों तक भी पहुंच सकती है और इसका दायरा बढ़ सकता है।