Chhattisgarh Monsoon Weather Alert 27 June- 30 June 2025: छत्तीसगढ़ में मानसून ने पूरी ताकत के साथ दस्तक दे दी है। बंगाल की खाड़ी से उठे सिस्टम के प्रभाव से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तेज बारिश और अंधड़ का दौर शुरू हो चुका है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 6 दिनों तक छत्तीसगढ़ में भारी से मध्यम बारिश के साथ-साथ गरज-चमक, बिजली गिरने और तेज हवा चलने की संभावना जताई है। आगामी 48 घंटे विशेष रूप से मध्य और उत्तर छत्तीसगढ़ के लिए बेहद संवेदनशील बताए गए हैं।

मौसम विज्ञान विभाग का बड़ा पूर्वानुमान
मौसम विभाग (Chhattisgarh Monsoon Weather Alert) के अनुसार, छत्तीसगढ़ में अगले 48 घंटे बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस दौरान रायगढ़, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सुरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर जैसे जिलों में मेघगर्जन, वज्रपात और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। वहीं रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, मुंगेली, बालोद, जांजगीर-चांपा जैसे जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

राज्यभर में पिछले 24 घंटे में कई इलाकों में झमाझम बारिश
प्रदेश के सरगुजा और बिलासपुर संभाग में कई जगहों पर भारी बारिश दर्ज की गई है। प्रतापपुर में 9 सेमी, दर्री में 7 सेमी, प्रेमनगर और बेलगहना में 6-6 सेमी वर्षा हुई है। सूरजपुर, बलरामपुर, कुसमी, और दौरा कोचली जैसे इलाकों में 5 सेमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग का कहना है कि यह सिलसिला आगामी दिनों में और तेज़ हो सकता है।
रायपुर में भी मौसम बदलने के आसार
राजधानी रायपुर में 28 जून को आकाश सामान्यतः मेघमय रहेगा और एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। शहर में उमस में भी वृद्धि हो सकती है, इसलिए लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम के अनुसार ही घर से बाहर निकलें।
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बंगाल की खाड़ी से उठा सिस्टम बना भारी बारिश की वजह
मौसम विभाग (Chhattisgarh Monsoon Weather Alert) ने बताया कि बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उड़ीसा तथा पश्चिम बंगाल क्षेत्र में एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिससे निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ है। यह सिस्टम पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है और इसका असर मध्य भारत के साथ-साथ छत्तीसगढ़ पर भी पड़ रहा है। 29 जून को एक और ऊपरी हवा का चक्रवात बनने की संभावना है, जिससे बारिश का सिलसिला और तेज़ हो सकता है।
तेज बारिश और संभावित अंधड़ को देखते हुए राज्य शासन और जिला प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमें अलर्ट पर रखी हैं। नदी-नालों और संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे फसल की सुरक्षा के उपाय करें और बारिश के दौरान खेतों में ना जाएं।