Chhattisgarh Loco Pilot Bharti 2024: छत्तीसगढ़ रेलवे में नौकरी की इच्छा रखने वाले बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) में असिस्टेंट लोको पायलट के 3937 पदों पर भर्ती की जा रही है। इन पदों के लिए पहले चरण में 1192 पदों पर भर्ती होगी। बिलासपुर जोन की महाप्रबंधक नीनू इटियेरा ने कहा कि इसके लिए मंजूरी मिल गई है। सभी नियुक्तियां रेलवे बोर्ड के जरिए की जाएंगी।
बिलासपुर जोन की जीएम नीनू इटियेरा क्या कहा
जानकारी के मुताबिक असिस्टेंट लोको पायलट भर्ती की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी।
इसके लिए 10वीं पास युवा आवेदन कर सकते हैं। योग्यता ITI डिप्लोमा होना अनिवार्य है।
जीएम नीनू इटियेरा ने रनिंग स्टाफ की समस्या और खाली पदों को लेकर स्थिति साफ की।
उन्होंने बिलासपुर जोन की उपलब्धियां भी गिनाईं। उन्होंने बताया कि रेलवे जोन में सुरक्षा और संरक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर तेजी से काम किया जा रहा है।
पहले चरण में 1192 पदों पर होगी भर्ती
उन्होंने बताया कि रेलवे भर्ती बोर्ड से बिलासपुर जोन के 3973 असिस्टेंट लोको पायलट (Chhattisgarh Loco Pilot Bharti 2024) के खाली पदों को भरने की मंजूरी मिल चुकी है।
पहले चरण में 1192 पदों पर जल्द ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इन पदों में आवेदन के लिए मान्यता प्राप्त संस्थानों से मैट्रिक (10वीं)/एसएसएलसी, ITI अनिवार्य है।
यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखकर हो रहे काम
नीनू इटियेरा ने कहा यात्री सुविधाओं और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखकर जोन के अलग-अलग मंडल में काम चल रहा है।
ब्लॉक के दौरान कई बातों का ख्याल रखना पड़ता है। इस वजह से ट्रेनों को स्थगित या रूट डायवर्ट किया जा रहा (Chhattisgarh Loco Pilot Bharti 2024) है।
रनिंग स्टाफ की समस्या को लेकर रेलवे गंभीर
बिलासपुर रेलवे जोन की जीएम इटियेरा ने कहा कि जोन के रनिंग स्टाफ की ड्यूटी टाइम और रेस्ट को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
लोको इंस्पेक्टर हर लोको पायलट (Chhattisgarh Loco Pilot Bharti 2024) की ड्यूटी को ध्यान में रखते हैं।
यहां तक की उनके रेस्ट समेत अन्य सुविधाओं को लेकर उनके परिवार के लोगों से भी काउंसिलिंग की जाती है। रनिंग स्टाफ के मामले में हम काफी गंभीर हैं।
‘यात्रियों काे ट्रेन कैंसिलेशन की जानकारी और जल्द दी जाएगी’
ट्रेनों की लेटलतीफी, कैंसिलेशन जैसी समस्याओं को लेकर GM इटियेरा ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप होने से यात्रियों को आने वाले समय में फायदा होगा।
आगे कोशिश की जाएगी कि यात्रियों को और पहले ट्रेन कैंसिलेशन की सूचना उपलब्ध करा दी जाए, ताकि वे अपना जर्नी प्लान आसानी से तैयार कर सकें।
ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम का काम तेजी से चल रहा
देश में हो रहे ट्रेन हादसों को लेकर उन्होंने कहा कि सुरक्षा कवच समेत ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम पर काफी तेजी से काम चल रहा है।
ट्रेनों को टर्मिनेट करने या ब्लॉक करने की मुख्य वजह सुरक्षा है। क्योंकि डेवलपमेंट काम के दौरान ट्रेनों को चलाने में हादसे की आशंका बनी रहती है।
निर्माण कार्यों के कारण ट्रेनों के ऑपरेशन में दिक्कत आती है
जीएम इटियेरा ने कहा कि बिलासपुर रेलवे जोन में पिछले वित्तीय वर्ष में 143 किमी में नए सेक्शन का काम किया गया है।
नई लाइन को जोड़ने में तकनीकी रूप से काफी दिक्कतें आती हैं, जिसके कारण यात्री ट्रेनों और मालगाड़ियों का भी परिचालन प्रभावित होता है।
रेलवे जोन के बिलासपुर मंडल में बिलासपुर-उसलापुर फ्लाई ओवर का निर्माण किया गया है, जो ट्रेनों के लिए अहम है।
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‘अगले वित्तीय वर्ष में 421 किमी नई लाइन बिछाने का लक्ष्य’
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 421 किमी नई लाइन बिछाने का लक्ष्य है।
हमारी कोशिश है कि अगले 9 महीनों में बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन, अनूपपुर-कटनी तीसरी लाइन, राजनांदगांव-नागपुर तीसरी लाइन समेत अहम रेलखंडों का मल्टी-ट्रैकिंग का कार्य पूरा हो जाए।