CG Kawasi Lakhma Case: छत्तीसगढ़ का सबसे चर्चित शराब घोटाला केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक कवासी लखमा को अरेस्ट कर लिया है। रिमांड पर जेल भेजे गए कवासी लखमा की आज कोर्ट में पेशी है। ईडी आज कोर्ट से कवासी लखमा (CG Kawasi Lakhma Case) की रिमांड बढ़वा सकती है।
ईडी ने एक प्रेस नोट जारी कर दावा किया है कि शराब नीति बदलने में कवासी लखमा की अहम भूमिका रही है। ये सिंडिकेट का अहम हिस्सा है। आज कवासी लखमा की 7 दिनों के बाद ईडी रिमांड खत्म हो रही है। दोपहर के समय कवासी लखमा को ईडी की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा। आज ईडी कोर्ट में बड़ा खुलासा कर सकती है।
28 दिसंबर को हुई थी रेड
कवासी लखमा (CG Kawasi Lakhma Case) को 15 जनवरी को ईडी ने दूसरी बार पूछताछ लिए बुलाया था, इसके बाद अरेस्ट कर लिया। बता दें छत्तीसगढ़ में हुए 2000 करोड़ के घोटाला मामले में पूर्व मंत्री आरोपी हैं। ये घोटाला पिछली कांग्रेस की सरकार में हुआ था, उस समय आबकारी मंत्री कवासी लखमा थे। इस केस में ईडी ने 28 दिसंबर को कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के घर रेड की थी। इसके बाद 3 व 9 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके बाद कवासी लखमा को 15 जनवरी फिर से पूछताछ के लिए बुलाया और बाद में अरेस्ट कर लिया।
21 जनवरी तक रिमांड पर हैं लखमा
ईडी ने कांग्रेस विधायक कवासी लखमा (CG Kawasi Lakhma Case) को 15 जनवरी को अरेस्ट कर रायपुर की विशेष कोर्ट में पेश किया था। जहां से अतुल कुमार श्रीवास्तव की विशेष कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी थी। जहां से कवासी लखमा को 21 जनवरी तक रिमांड ईडी को सौंपा था। सात दिनों की रिमांड आज खत्म हो रही है।
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2019 से 2022 के बीच हुआ था घोटाला
पिछली कांग्रेस की सरकार में साल 2019 से 2022 के बीच कथित शराब घोटाला हुआ था। इस घोटाले में मुख्य आय प्राप्तकर्ता आबकारी मंत्री (CG Kawasi Lakhma Case) रहे हैं। ऐसा ईडी का आरोप है। ईडी के अनुसार राज्य में भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार में कोंटा (सुकमा जिला) से छह बार के विधायक लखमा मंत्री रहे थे। जांच एजेंसी के अनुसार छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के कारण राज्य सरकार को सरकारी खजाने में भारी नुकसान हुआ है। इसी के चलते इस घोटाले में शामिल शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों की जेब में 2,100 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि पहुंची थी।
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