Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ में गुरुवार को पारंपरिक पर्व हरेली (Hareli Festival) धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री निवास से लेकर मंत्रियों और पूर्व मुख्यमंत्रियों ने अपने-अपने घरों में हरेली की पूजा की। लेकिन इस पर्व के जश्न के बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भावुक हो गए। उन्होंने बेटे की गिरफ्तारी को लेकर सत्ता के दमन की राजनीति का आरोप लगाया।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उनके बेटे चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel) को उसके जन्मदिन के दिन बिना किसी नोटिस के उठा लिया गया। उन्होंने कहा, “त्योहार तो हर साल आता है, लेकिन बेटे का जन्मदिन साल में एक ही बार आता है। वो मेरे साथ रहता तो अच्छा लगता।”
‘बाबूजी कहते थे जेल मेरा दूसरा घर है’
भावुक होते हुए भूपेश ने कहा, “हमने होश संभाला तो देखा बाबूजी भी जेल गए थे। वे कहते थे कि जेल मेरा दूसरा घर है। बाबूजी को जोगी सरकार (Ajit Jogi Government) ने जेल भेजा, फिर वह सरकार चली गई। मुझे रमन सिंह (Raman Singh) ने जेल भेजा, उनकी सरकार भी गई। अब मोदी सरकार (Modi Government) ने मेरे बेटे को जेल भेजा है।
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— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 24, 2025
‘छत्तीसगढ़ की आवाज को दबाया जा रहा है’
पूर्व मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार रणनीतिक ढंग से छत्तीसगढ़ की राजनीतिक आवाज को कुचलने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, “बलौदाबाजार (Balodabazar) की घटना में कांग्रेस नेताओं को जेल भेजा गया जबकि प्रदर्शन की तैयारी बीजेपी ने की थी। सतनामी समाज के लोगों को डराया जा रहा है।”
‘कवासी लखमा को भी जेल भेज दिया, अब बस्तर की आवाज भी बंद’
बघेल ने कहा कि बस्तर में महेंद्र कर्मा (Mahendra Karma) के बाद सबसे बड़ी आवाज कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) की थी। अब उन्हें भी जेल भेज दिया गया है। ये सब सोच-समझकर किया गया है ताकि कोई आवाज न उठे। बघेल ने कहा कि चैतन्य सिर्फ उनका बेटा नहीं है, बल्कि पूरा छत्तीसगढ़ उनका परिवार है। उन्होंने राज्य की जनता से एकजुट होने की अपील की।
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