रिपोर्ट: अनीश राजपूत, बालोद
CG Veena Sahu Becomes Lieutenant: अगर आपमें कुछ कर गुजरने का हौसला हो तो कोई भी रुकावट आपको रोक नहीं सकती। ऐसा ही कर दिखाया बालोद जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाली वीणा साहू ने। वीणा ने अपनी मेहनत से एक बड़ा मुकाम हासिल कर बड़ी छलांग लगाई है और प्रदेश की लड़कियों के लिए भी एक प्रेरणा बनी हैं। वीणा साहू का लेफ्टिनेंट बनना लड़कियों के लिए एक इंस्पिरेशन हैं।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) December 25, 2024
तीन महीने की ड्यूटी के बाद जब वीणा (CG Veena Sahu Becomes Lieutenant) गांव लौटी तो हर एक चेहरे पर खुशी की लहर और चमक अलग ही दिखाई दे रही थी। फूल मालाओं से वीणा का वेलकम हुआ, लेकिन साथ ही वीणा और उनके पिता की आंखें भी नम हो गईं। वीणा के लिए लेफ्टिनेंट बनना किसी सपने से कम नहीं था।
किसान की बेटी है वीणा साहू
बालोद जिले में वीणा (CG Veena Sahu Becomes Lieutenant) का परिवार जमरूवा गांव में एक छोटे से कपड़े की दुकान और किसानी के भरोसे जिंदगी गुजार रहा है। वीणा 5 बहनें हैं, जो कि सभी डिफेंस सर्विसेज़ की तैयारी कर रही हैं और वीणा के पिता अपनी बेटियों का पूरा सपोर्ट कर रहे हैं।
पिता समाज के लिए बने प्रेरणा
वीणा और उसके पिता समाज के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। जो लोग बेटियों को बोझ समझते हैं, उनके लिए वीणा (CG Veena Sahu Becomes Lieutenant) एक करारा जवाब है। अगर बेटियों को सपोर्ट किया जाए तो वो अपने हर सपने को साकार कर सकती हैं।
मिलिट्री अस्पताल अंबाला में पोस्टिंग
बालोद जिले के एक छोटे से गांव जमरूवा की रहने वाली वीणा साहू (CG Veena Sahu Becomes Lieutenant) ने इतनी ऊची छलांग लगाई कि जीवन के बड़े मुकाम को हासिल कर लिया। अब वह मिलिट्री अस्पताल अम्बाला में लेफ्टिनेंट के पद पर कार्यरत हैं। देश के जवानों और उनके परिवार वालों को स्वास्थ्य सुविधा दे रही हैं। जहां वीणा के 3 माह के ड्यूटी के बाद छुट्टियों में घर आते ही पूरे गांव ने उसका स्वागत किया।
जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर है गांव
बालोद जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर छोटा सा गांव जमरूवा में वीणा साहू (CG Veena Sahu Becomes Lieutenant) रहती हैं। लेफ्टिनेंट के पद पर कार्यरत वीणा ने काफी संघर्ष किया है। वीणा 5 बहनों में दूसरे नंबर की है। वीणा कहती है लड़कियों को अपने पैरो पर खड़ा होना चाहिए। वीणा को गर्व है कि वो देश के जवानों और उनके परिवार वालों को स्वास्थ्य सुविधा दे रही हैं।
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पिता बोले लड़कियों को खूब पढ़ाएं
वीणा का परिवार आज अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। वीणा (CG Veena Sahu Becomes Lieutenant) के पिता की माने तो उनकी 5 लड़कियां हैं, जिसमे वीणा 2 दूसरे नंबर की है। उनके पिता का मानना है कि सभी माता-पिता को अपने बच्चों, विशेषकर बेटियों को खूब पढ़ाना चाहिए। उनकी अन्य बेटियां भी पुलिस, वन रक्षक व अन्य भर्तियों की तैयारियां कर रही हैं।
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