Chhatisgarh Weather Monsoon Update 15 June 2025: छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी से झुलसे लोगों के लिए राहत की बौछार आ गई है। प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून अब पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। रविवार सुबह राजधानी रायपुर समेत आस-पास के इलाकों में अच्छी बारिश देखने को मिली, जिससे तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई और लोगों ने खुले दिल से मानसून का स्वागत किया। बाजारों में रौनक लौटने लगी है और किसान वर्ग भी अब राहत की सांस ले रहा है।
दक्षिण छत्तीसगढ़ में गरज-चमक के साथ बारिश के आसार
मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट (Chhatisgarh Weather Update) के अनुसार, सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा और कांकेर जैसे जिलों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ अच्छी बारिश की संभावना है। हालांकि, अब तक प्रदेश में औसतन केवल 3.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है, लेकिन आने वाले दिनों में इसके बढ़ने के पूरे आसार हैं।
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि दंतेवाड़ा में अटके मानसून को आगे बढ़ने के लिए वातावरण पूरी तरह अनुकूल हो चुका है। रायपुर में आज बादल छाए रहने और गरज के साथ वर्षा होने की संभावना जताई गई है। राजधानी में तापमान 28°C से 39°C के बीच रहने का अनुमान है।
छत्तीसगढ़ में बदल रही मौसम की स्थिति
छत्तीसगढ़ में मौसम की स्थिति (Chhatisgarh Weather Update) बदल रही है, और अगले कुछ दिनों में कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। सुकमा, बीजापुर, बस्तर, कोंडागांव और कांकेर जैसे दक्षिणी जिलों में मेघगर्जन और आकाशीय बिजली के साथ मध्यम वर्षा हो सकती है, जबकि अन्य जिलों में भी मेघगर्जन और तेज हवा की संभावना है।
अगले दो दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने की संभावना है, जिससे प्रदेश में मेघगर्जन और वर्षा की गतिविधि में वृद्धि हो सकती है। 16 जून से एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की भी संभावना है। रायपुर में कल आकाश मेघमय रहने और गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है, अधिकतम तापमान 38°C और न्यूनतम तापमान 28°C रहने की उम्मीद है।
मौसमीय सिस्टम से मिले संकेत
छत्तीसगढ़ के मौसम पर फिलहाल कई सिस्टम एक साथ प्रभाव डाल रहे हैं। मराठवाड़ा से आंध्र प्रदेश तक फैली द्रोणिका (3.1 से 5.8 किमी ऊँचाई तक) के साथ-साथ बंगाल की खाड़ी और दक्षिण बांग्लादेश के ऊपर स्थित चक्रवाती परिसंचरण के कारण राज्य में मौसम तेजी से बदल रहा है। यही कारण है कि दक्षिणी और मध्य छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है। बिलासपुर में रविवार को प्रदेश का सबसे अधिक तापमान 40.4°C और दुर्ग में सबसे कम न्यूनतम तापमान 25°C दर्ज किया गया।
कर्नाटक में मूसलाधार बारिश, केरल में रेड अलर्ट
छत्तीसगढ़ के साथ-साथ कर्नाटक में भी मानसून ने जोर पकड़ लिया है। धारवाड़ जिले के हुबली क्षेत्र में गुरुवार तड़के मूसलाधार बारिश से भारी जलभराव की स्थिति बन गई है। मौसम विभाग ने 17 जून तक कर्नाटक के अधिकांश जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इससे राज्य प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है।
वहीं केरल में पांच जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। कासरगोड, कन्नूर, कोझीकोड, वायनाड और मलप्पुरम जिलों में अत्यधिक भारी बारिश (20 सेमी से अधिक) की संभावना जताई गई है। इसके अलावा पलक्कड़, त्रिशूर, एर्नाकुलम, इडुक्की, कोट्टायम और पथानामथिट्टा में ऑरेंज अलर्ट और तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलाप्पुझा में येलो अलर्ट जारी है।
देशभर में लौट रहा मानसून, खेती और जनजीवन में नई ऊर्जा
लगभग दो सप्ताह की धीमी चाल के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून की दोबारा सक्रियता ने न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि केरल, कर्नाटक और अन्य राज्यों के मौसम में भी बदलाव की शुरुआत कर दी है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले सप्ताहों में मध्य और उत्तर भारत में भी मानसून पूरी ताकत से प्रवेश करेगा, जिससे किसानों को खेती की तैयारी में राहत मिलेगी और जनजीवन भी सुचारु हो सकेगा।
आसमान से राहत जरूर, लेकिन सतर्कता जरूरी
जहां एक ओर यह बारिश लोगों के लिए राहत लेकर आई है, वहीं दूसरी ओर वज्रपात, जलभराव और अंधड़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं का खतरा भी बना हुआ है। मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे अलर्ट रहें, अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर ही ठहरें।