CG NHM Employee Demands: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों की कई महीनों से लंबित मांगों के निराकरण को लेकर संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता आयुक्त सह मिशन संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने की। बैठक में संयुक्त संचालक, उप संचालक, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक, और छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ. अमित मिरी सहित संघ के लगभग 10 पदाधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में चर्चा के दौरान कई मुद्दों पर सहमति बनी, लेकिन कर्मचारियों के प्रतिनिधि ने स्पष्ट किया कि जब तक यह सहमति लिखित आदेश के रूप में नहीं मिलती, तब तक आंदोलन वापस नहीं लिया जाएगा।
संघ की प्रमुख मांगें
बैठक में संघ ने अपनी इन 10 सूत्रीय मांगों को रखा
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संविलियन एवं स्थायीकरण (Incorporation and Regularization)
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पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना (Establishment of Public Health Cadre)
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ग्रेड पे निर्धारण (Grade Pay Determination)
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कार्य मूल्यांकन (CR) व्यवस्था में पारदर्शिता (Transparency in Work Evaluation System)
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लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि (Pending 27% Salary Increment)
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नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण (Reservation of Seats in Regular Recruitment)
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अनुकंपा नियुक्ति (Compassionate Appointment)
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मेडिकल एवं अवकाश की सुविधा (Medical and Leave Facilities)
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स्थानांतरण नीति (Transfer Policy)
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न्यूनतम 10 लाख तक कैशलेस चिकित्सा बीमा सुविधा (Minimum 10 Lakh Cashless Medical Insurance Facility)
बैठक में बनी सहमति
बैठक के बाद कई मुद्दों पर सहमति बनी
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संविलियन एवं स्थायीकरण, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे निर्धारण, अनुकंपा नियुक्ति और सीटों का आरक्षण जैसे नीतिगत मुद्दे हैं जिन पर मिशन कार्यालय स्तर पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता।
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कार्य मूल्यांकन (CR) व्यवस्था में पारदर्शिता, लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि, स्वीकृत 5 प्रतिशत वेतन वृद्धि, मेडिकल एवं अन्य अवकाश की सुविधा, स्थानांतरण नीति, और कैशलेस चिकित्सा बीमा सुविधा जैसे मुद्दों पर शीघ्र ही कार्यकारिणी समिति में प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा।
संघ का रुख: आंदोलन जारी रहेगा
बैठक के बाद संघ के अध्यक्ष डॉ. अमित मिरी ने कहा कि जब तक लिखित आदेश जारी नहीं होते, तब तक आंदोलन वापस नहीं लिया जाएगा। उनका स्पष्ट कहना था कि केवल मौखिक सहमति से काम नहीं चलेगा, और संघ अपनी मांगों के समर्थन में लगातार आंदोलन जारी रखेगा।
डॉ. मिरी ने यह भी कहा कि कर्मचारियों का यह आंदोलन न तो स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित करने के लिए है, और न ही किसी तरह का अनुशासनहीनता पैदा करने के लिए, बल्कि यह कर्मचारियों के न्यायपूर्ण हक के लिए किया जा रहा है।
संघ और प्रशासन के बीच समझाइश
बैठक में संघ के पदाधिकारियों को यह समझाइश दी गई कि किसी भी प्रकार की गतिविधि, जो छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 (Chhattisgarh Civil Service (Conduct) Rules 1965) या राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के मानव संसाधन नीति-2018 (Human Resource Policy of NHM) की अवहेलना करती हो, उससे बचना चाहिए। संघ के प्रतिनिधियों ने इस पर सहमति दी और हड़ताल वापस लेने के लिए तैयार हो गए, लेकिन केवल जब तक लिखित आदेश नहीं मिलता।
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