Cheetah Asha pregnant : भारत की आजादी के 70 साल बाद देश में बीते सितंबर महीने में चीतों का आगमन हुआ था। अफ्रीका के नामीबिया से 8 चीतों के मध्यप्रदेश के कूनो नेशलन पार्क में शिफ्ट किया गया था। सभी आठ चीतों को क्वारंटाइन में रखा गया था। बताया जा रहा है कि 08 चीतों में से 07 चीतों का क्वारंटाइन खत्म हो चुका है उन्हें पार्क के बड़े इलाके में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। लेकिन वही आठ चीतों में से आशा चीते को अभी भी क्वारंटाइन में रखा गया है।
दरअसल, चीतों के भारत आने के कुछ दिनों बाद खबर सामने आई थी की आशा चीता प्रेग्नेंट हैं। यह वही चीता है जिसे पीएम मोदी ने नाम दिया था। लेकिन अब खबर आ रही है कि आशा चीता प्रेग्नेंट है कि नहीं इसको लेकर कंफ्यूजन की स्थिति बनी हुई है। बताया जा रहा है कि जब नामीबिया से चीतों को भारत लाया जा रहा था उस समय सभी चीतों को स्कैन किया गया था, जिसमें से आशा चीते में एक भ्रूण होना जैसा समझ में आया था। उस समय आशा का ब्लड टेस्ट भी किया गया था, जिसमें आशा की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इस बात की पुष्टि वन विभाग के अधिकारियों ने की है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जब नामीबिया से चीता आशा को भारत लाया गया था तब उसके मल का एक सैंपल जबलपुर में टेस्ट के लिए भेजा गया था। लेकिन जबलपुर लैब में इस टेस्ट की सुविधा नहीं होने के चलते आशा की प्रेग्नेंसी की बात स्पष्ट नहीं हो सकी। हालांकि वन अधिकारियों ने फिलहाल तय किया है कि आशा का अब कोई टेस्ट नहीं लिया जाएगा, ताकि आशा को तनाव पैदा ना हो। आशा में प्रेग्नेंसी के लक्षण दिखाई देने के बाद ही आगे कोई कदम उठाया जाएगा।
क्या कहा अधिकारियों ने?
अधिकारियों का कहना है कि अगर आशा प्रेग्नेंट है तो 10 नवंबर तक पता चल जाएगा, अगर वो प्रेग्नेंट होती है तो उसके शरीर में बदलाव दिखाई देने लगेंगे। जानवरों के विशेषज्ञों की माने तो उनका कहना है कि चीतों में प्रेग्नेंसी का समय 93 दिन का होता है ऐसे में उनके शरीर में बदलाव दिखाई देने लगते है। गर्भावस्था के समय बच्चे के जन्म से 3 दिन पहले ही लक्षण दिखने शुरू होते हैं। इस दौरान चीतों के पेट के निचले हिस्से में उभार और निपल्स में हल्की सूजन दिखनी शुरू हो जाती है। फिलहाल वन विभाग आशा की स्थिति पर नजर बनाए हुए है।