Chaturmas 2023 Samapti 2023: बीते पांच महीने पहले शुरू हुए चातुर्मास जल्द समाप्त होने वाले हैं। जी हां अब भगवान विष्णु भी निंद्रा अवस्था से उठने वाले हैं। इसी के साथ अब सभी शुभ कार्य और विवाह मुहूर्त शुरू हो जाएंगे। इसी महीने तुलसी विवाह के साथ 27 नवंबर को चातुर्मास समाप्त हो रहे हैं।
शुरू हो जाएंगे शुभ कार्य
हिन्दू धर्म में चातुर्मास का बड़ा महत्व होता है। इसके चार महीने केवल भगवान के लिए समर्पित होते हैं। माना जाता है कि चातुर्मास काल में भगवान विष्णु (Bhagvan Vishnu) क्षीरसागर में ही विश्राम करते हैं। इस समय में तीर्थ यात्रा और श्रीमद्भागवत कथा (Shri Bhagwat Katha) सुनने से शुभफल की प्राप्ति होती है। अब इन सभी कार्यों की समाप्ति होने वाली है।
इस दिन से शुरू हुए थे चातुर्मास
इस साल चातुर्मास (Chaturmas 2023) की शुरूआत 3 जुलाई से हुई थी। जिनकी समाप्ति 27 नवंबर को होगी। चातुर्मास में किसी भी प्रकार के मुंडन, विवाह आदि शुभ कार्यों का करना वर्जित माना जाता है। इसलिए इस सभी कामों पर चार महीनों से रोक लगी थी। लेकिन अब ये सभी शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे।
ऐसे होती है अधिमास की गणना
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार इस साल अधिमास भी था।अधिमास को अधिकमास और पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। पुरुषोत्तम मास में केवल धार्मिक कार्य किए जाते हैं। हिन्दू धर्म में अधिमास की गणना सूर्य के आधार की जाती है।
वर्जित थे ये कार्य
हिन्दू मान्यता के अनुसार चातुर्मास (Chaturmas 2023) में भगवान विष्णु 4 महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। हिंदू मान्यताओं (Hindu Dharm) के अनुसार जब तक भगवान विष्णु योग निद्रा (yog nindra) में चले जाते हैं तो सृष्टि का संचालन शिव शंकर (Lord Shiv) द्वारा किया जाता है। इसलिए इस दौरान चातुर्मास में शुभ कार्य जैसे शादी-विवाह, मुंडन-जनेऊ, गृह-निर्माण, गृह-प्रवेश, नई प्रॉपर्टी खरीदना, नया वाहन खरीदना या फिर कोई नया काम शुरू करने जैसे शुभ कार्य नहीं होते हैं। लेकिन अब 27 नवंबर से ये सभी कार्य शुरू हो जाएंगे।
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