बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में दो गुटों के बीच हुई झड़प में छह लोग घायल हो गए हैं। पुलिस के मुताबिक इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। बालोद जिले के पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि रविवार शाम को मंगचुआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत तुएगोंदी गांव में दक्षिणपंथी संगठन के सदस्यों और पारंपरिक अनुष्ठान कर रहे स्थानीय ग्रामीणों के बीच कथित तौर पर विवाद के बाद झड़प हुई है। इस घटना में छह लोग घायल हुए हैं।
जानें क्या है पूरा मामला
इस खबर को लेकर बालोद जिले की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम ने बताया कि रविवार शाम पुलिस को दो गुटों के बीच झड़प की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस दल को घटनास्थल रवाना किया गया था। बाद में पुलिस दल ने गांव पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया था। मेश्राम ने बताया कि क्षेत्र के जमड़ी पाठ पहाड़ी स्थित पूजा स्थल में आदिवासी समुदाय के लोगों ने रविवार को कुछ पारंपरिक अनुष्ठान किया था। उन्होंने बताया कि ”पुलिस को जानकारी मिली है कि वहां से लौटने के बाद जब आदिवासी अपनी देवी से संबंधित कुछ अनुष्ठान करने तथा भोजन करने के लिए एक स्थान पर एकत्र हुए तब बजरंग दल के कार्यकर्ता कथित तौर पर लाठी और तलवार लेकर वहां पहुंचे और ग्रामीणों से भिड़ गए।” मेश्राम ने बताया कि इसके बाद दोनों गुटों ने एक दूसरे पर पथराव भी किया।
मामले पर गुट के लोगों पर केस दर्ज
पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने हमला करने वाले गुट के लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जिले के एक अन्य पुलिस अधिकारी बताया कि पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से दो लोगों को चिकित्सकीय जांच के लिए राजनांदगांव भेजा गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि आदिवासियों ने पूजा के स्थान पर बकरों की बलि दी थी। जब दक्षिणपंथी संगठन के सदस्यों को इस संबंध में जानकारी मिली तब उन्होंने इस पर आपत्ति जताई और बाद में दोनों गुट आपस में भिड़ गए। उन्होंने बताया कि इस घटना में तीन स्थानीय ग्रामीणों समेत छह लोग घायल हुए हैं। जिनमें से कुछ को अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।