Char Dham Yatra 2025: उत्तराखंड सरकार ने इस साल चारधाम यात्रा को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए एक नई योजना तैयार की है। पिछले साल श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और भीड़ प्रबंधन में आई चुनौतियों को देखते हुए इस बार यात्रा से करीब दो महीने पहले ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू करने का फैसला किया है।
यह प्रक्रिया 1 या 2 मार्च से शुरू होगी, जबकि यात्रा 30 अप्रैल से आरंभ होनी है। इसके साथ ही, केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए रोजाना 20,000 यात्रियों की संख्या तय की गई है।
ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
पिछले साल चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन की योजनाएं विफल हो गई थीं, जिसके कारण यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इस बार सरकार ने इन समस्याओं से सबक लेते हुए पहले से तैयारी शुरू कर दी है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए यात्रियों की संख्या को नियंत्रित किया जाएगा। हर दिन केवल 60% यात्रियों को ही ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी जाएगी, जबकि 40% रजिस्ट्रेशन ऑफलाइन मोड में किए जाएंगे।
चारधाम यात्रा की तिथियां और कपाट खुलने का समय
चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ होगी। वहीं, श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे।
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख महाशिवरात्रि के दिन तय की जाएगी। इस बार केदारनाथ धाम में रोजाना 20,000 या उससे अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी।
यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए योजना
उत्तराखंड सरकार का मानना है कि यह नई योजना यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा दोनों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इससे न केवल भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा, बल्कि यात्रा के दौरान होने वाली दिक्कतों को भी कम किया जा सकेगा।
सरकार ने यात्रियों से अपील की है कि वे पहले से ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराएं और यात्रा के दौरान सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
इस नई योजना के साथ, उत्तराखंड सरकार का लक्ष्य है कि चारधाम यात्रा एक सुव्यवस्थित और आध्यात्मिक अनुभव बन सके, जहां श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा पूरी कर सकें।
चारधाम यात्रा के नए नियम: अक्षय तृतीया पर 30 अप्रैल से शुरुआत, इस बार ऐसे होंगे ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
अगर आप भी इस साल चारधाम यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं तो आपको बता दें इसे लेकर नए नियम सरकार ने लागू कर दिए हैं।