Char Dham Pilgrims Death: कोरोना काल के दो साल बाद जहां पर चारधाम की यात्रा 3 मई से शुरू हो गई है वहीं पर तीर्थयात्रियों की मौतें होने की खबरे भी सामने आती जा रही है जहां पर हाल ही में स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी साझा की है जिसमें बताया कि, चार धाम यात्रा मार्ग पर अब तक 39 तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो चुकी है।
जानें किन कारणों से हो रही मौतें
आपको बताते चलें कि, यहां पर उत्तराखंड स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ शैलजा भट्ट ने कहा कि, तीर्थयात्रियों की अचानक हो रही मौत की वजह उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याएं और पर्वतीय बीमारी रही है। स्वास्थ्य रूप से अयोग्य तीर्थयात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है।
चार धाम यात्रा मार्ग पर अब तक 39 तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो चुकी है। मृत्यु का कारण उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याएं और पर्वतीय बीमारी रही है। स्वास्थ्य रूप से अयोग्य तीर्थयात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी जाती है: स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ शैलजा भट्ट
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 16, 2022
जानें क्या गाइडलाइन्स
आपको बताते चलें कि, बीते बुधवार स्वास्थ्य संबंधी दिशानिर्देश जारी किए, साथ ही मंदिरों में उमड़ रही भारी भीड़ के मददेनजर प्रत्येक धाम में प्रतिदिन दर्शन के लिए निर्धारित अधिकतम श्रद्धालुओं की संख्या में एक हजार की बढ़ोतरी की थी। गाइडलाइंस में कहा था कि, 2700 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित सभी चारों धामों —बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में तीर्थयात्री अत्यधिक ठण्ड, कम आर्द्रता, अत्यधिक पराबैंगनी विकिरण, कम हवा का दबाव और ऑक्सीजन की कम मात्रा से प्रभावित हो सकते हैं, जहां पर यात्रा के दौरान जांच के बाद ही यात्रा करें।