Chandra Grahan 2023: आज से पूरे 8 दिन बाद यानि 28 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार अश्विनी नक्षत्र में मेष राशि पर ये ग्रहण लगेगा। ग्रहण दोष से बचने के लिए इस दिन सूतक लगने से पहले कुछ उपाय कर लेना चाहिए। तो चलिए जानते हैं कौन से हैं वे उपाय, जिन्हें करने से ग्रहण दोष से बचा जा सकता है। साथ ही जानेंगे इसके सूतक, स्पर्श, मध्य और मोक्ष का समय।
सूतक लगने के पहले करें ये उपाय
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार 28 अक्टूबर को शाम 4 बजे से सूतक लग जाएगा। इसके पहले ही आपको घर के पीने वाले पानी, दूध, आटा, शकर में तुलसी के पत्ते डाल लें। ऐसा करने से इस भोजन पर ग्रहण का असर नहीं होता है। तुलसी पत्र को शुद्ध माना जाता है। इस पर ग्रहण का दोष नहीं माना। इसलिए सूतक काल के पहले ही तुलसी के पत्ते खाद्य सामग्री में डाल लिए जाते हैं।
ग्रहण काल में इनके लिए होती है छूट
वैसे तो ग्रहण काल के दौरान भोजन बनाना और करना वर्जित माना जाता है। लेकिन आज के बदलते समय के साथ लोगों को ये कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में पहले ही भोजन सामग्री में तुलसी पत्र डाल लिए जाते हैं। ग्रहण काल के दौरान वृद्ध जनों, बच्चों, बीमार व्यक्तियों को गर्भवती महिला को भोजन करने की छूट होती है।
चंद्र ग्रहण किसके लिए होगा शुभ
चंद्र ग्रहण के असर के कुछ राशियों को शुभ फल मिलेगा। जिसमें मिथुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ राशि शामिल है। इस दौरान इनके काम बनेंगे। हर काम में सफलता मिल सकती है।
चंद्र ग्रहण किसके लिए होगा अशुभ
ज्योतिषियों की मानें तो मेष, वृष, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर, मीन राशि के जातकों को ग्रहण के दौरान सतर्क रहने की आवश्यकता है। ग्रहण काल के दौरान इन्हें बाहर नहीं निकलना चाहिए। ग्रहण के स्पर्श काल से मोक्ष होने तक इन्हें ग्रहण के दर्शन नहीं करना चाहिए।
इस साल 2023 में कितने ग्रहण पढ़े हैं
आपको बता दें इस साल दो चंद्र ग्रहण पड़े हैं। पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को लग चुका है। तो वहीं दूसरा और आखिरी ग्रहण 28—29 मई की मध्य रात्रि में लगने जा रहा है। पर इस दिन सूतक, स्पर्श और मोक्ष काल क्या रहेगा। सूतक लगने से पहले आपको क्या उपाय करना चाहिए। चलिए जान लेते हैं पंडित रामगोविंद शास्त्री से।
ये रहेगा सूतक, स्पर्श और मोक्ष काल
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार 28 अक्टूबर को शाम 4:04 बजे से चंद्र ग्रहण का सूतक काल शुरू हो जाएगा। इसके बाद मध्य रात्रि में 1:43 मिनट पर मध्य रहेगा। इसके बाद 2:23 मिनट पर मोक्ष हो जाएगा।
शाम 4 बजे से बंद हो जाएंगे पट
ग्रहण के दौरान भगवान के दर्शन और पूजन वर्जित माना गया है। यानि 28 अक्टूबर को शाम 4:04 बजे लगते ही ग्रहण का सूतक काल शुरू हो जाएगा। इससे पहले ही मंदिरों और घरों में पूजा घरों के पट बंद कर दिए जाएंगे। ग्रहण काल के दौरान पूजा और जाप का विशेष महत्व माना जाता है। यानि इस दौरान मंत्र जाप किया जाएगा।
किस राशि पर लगेगा चंद्र ग्रहण
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार साल का आखिरी चंद्र ग्रहण मेष राशि पर लगने जा रहा है। इसलिए मेष राशि के जातकों को इस दौरान घर से बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है। सूतक काल शाम 4 बजे से लग जाएगा। इसलिए इस समय से ही घर से बाहर न निकलें। भगवान का जाप करने से उन्हें लाभ होगा।
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