Chandigarh High Court: एमपी हाईकोर्ट के वर्तमान एक्टिंग चीफ जस्टिस शील नागू को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया गया है. इसके साथ ही जस्टिस संजीव सचदेवा को मध्य प्रदेश का एक्टिंग चीफ जस्टिस बनाया गया है. राष्ट्रपति ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 217 के खंड (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए आदेश जारी किया है. इससे पूर्व सुप्रीम कोर्ट कालेजियम ने न्यायमूर्ति नागू को मप्र हाई कोर्ट से पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बतौर पदोन्नत किए जाने की अनुशंसा कर दी थी. लिहाजा, राष्ट्रपति के मुहर लगने के बाद अब आदेश जारी हो गया है.
जिस्टस शील नागू का करियर
जस्टिस शील नागू को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया गया है. जस्टिस नागू का जन्म एक जनवरी 1965 को हुआ था. इसके बाद वे वकील के रूप में 5 अक्टूबर 1987 को उनका पंजीकरण हुआ था. उन्होंने जबलपुर में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में सिविल और संवैधानिक कानून का अभ्यास किया. 27 मई 2011 को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 23 मई 2013 को वे स्थायी न्यायाधीश बन गए. वह हाईकोर्ट की ग्वालियर पीठ में प्रशासनिक न्यायाधीश रहे हैं.
जस्टिस संजीव सचदेवा को एमपी हाईकोर्ट का प्रभार
जस्टिस संचीव सचदेवा को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में प्रभारी चीफ जस्टिस बनाया गया है. वर्तमान में जस्टिस शील नागू एमपी हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस बनाए गए हैं. संजीव सचदेवा अभी दिल्ली हाईकोर्ट में पदस्थ थे. अब वे एमपी हाईकोर्ट में पदस्थ हो गए. 1986 में बेसिक कोर्स के साथ पर्सनल कंप्यूटिंग और 1986-87 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (एनआईआईटी) से कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन कोर्स किया.
दिल्ली विश्वविद्यालय से 1988 में कानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. वे 1 अगस्त 1988 को बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के में वकील के रूप में नामांकित हुए. इसके बाद 1992 में वे इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस लीगल स्टडीज, लंदन विश्वविद्यालय में कॉमनवेल्थ यंग लॉयर्स कोर्स में भाग लिया.