Chambal Dacoit Case: चंबल के नामी डकैत गुड्डा गुर्जर को मुरैना के नूराबाद में एक युवक की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। गुड्डा गुर्जर पर हत्या और हत्या के प्रयास के कई मामले दर्ज हैं, और वह पहले से ही ग्वालियर केंद्रीय जेल में बंद है। इस मामले में अन्य आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं और उन्हें सजा मिल चुकी है। गुड्डा गुर्जर पर करीब 28-30 डकैती के मामले भी दर्ज हैं।
मुरैना के कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा
वकील इंदर सिंह गुर्जर ने बताया कि डकैत गुड्डा गुर्जर और उसके साथियों पर नूराबाद में एक युवक जितेंद्र गुर्जर की हत्या का मामला दर्ज किया गया था। गुड्डा गुर्जर और उसके साथियों ने जितेंद्र पर अपने साथी भारत गुर्जर को पकड़वाने का शक किया था और गोली मार दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में गुड्डा गुर्जर फरार हो गया था, जबकि उसके अन्य साथी गिरफ्तार हो गए थे और उन्हें पहले ही सजा मिल चुकी थी। अब गुड्डा गुर्जर को मुरैना के न्यायालय ने उम्रकैद की सजा सुनाई है।
पुलिस ने 2 साल पहले किया था गुड्डा गुर्जर को गिरफ्तार
ग्वालियर क्राइम ब्रांच पुलिस ने 9 नवंबर 2022 को गुड्डा गुर्जर को गिरफ्तार किया था, जब वह जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल था। इस मुठभेड़ में दोनों ओर से करीब 100 राउंड फायर हुए थे, जिसमें गुड्डा गुर्जर के पैर में गोली लगी थी। बावजूद इसके, वह पुलिस पर फायर करता रहा था, लेकिन जब उसकी गोलियां खत्म हो गईं, तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। तलाशी में उसके पास से 315 बोर की एक बंदूक भी मिली थी।
गुड्डा गुर्जर ऐसे बना डकैत
गुड्डा गुर्जर मुरैना के लोहागढ़ गांव का निवासी है। 2017 में उसने जितेंद्र सिंह गुर्जर की हत्या की और फिर चांचुल गांव को खाली करने का फरमान सुनाया। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उसके सफाए का आदेश दिया। पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन चलाकर उसके गिरोह के सदस्यों के मकान ध्वस्त किए। गुड्डा को 2022 में गिरफ्तार किया गया और अब उसे उम्रकैद की सजा मिली है।
गुड्डा गुर्जर का आतंक
गुड्डा गुर्जर पर 3 दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। उसने धोवनी गांव में फायरिंग कर लोगों को डराया और 500-500 रुपए टेरर टैक्स मांगने लगा। क्रशर मालिकों से 10 लाख रुपए तक की डिमांड रखी और व्यापारियों से 25-25 हजार रुपए की मांग डाक से पत्र भेजकर की। रुपए न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। जनवरी 2020 में, उसने 9 मजदूरों का अपहरण किया, उन्हें पीटा और जंगल में ले गया। मजदूरों के कपड़े उतरवाकर चड्डी बनियान में वापस भेजा और एक पर्ची थमाई, जिस पर लिखा था – पटिया वाले की जय, तीन लाख रुपए ठेकेदार जब दे देगा, तब ही काम शुरू करें।