Chaitra Navratri 2024 Kalash Sthapna Muhurat: आज 9 अप्रैल मंगलवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। रेवती नक्षत्र, सर्वाथे सिद्धि योग में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार आज से ही हिन्दू नववर्ष (Hindu Nan Varsha 2024) यानी विक्रम संवत 2081 की शुरुआत हो रही है।
चलिए जानते हैं पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जानते हैं कि यदि आप भी घर पर कलश स्थापना (chaitra navratri 2024 kalash sthapana) करना चाहते हैं, तो इसके लिए सुबह का सबसे शुभ मुहूर्त क्या है।
सुबह कलश स्थापना का सबसे शुभ मुहूर्त
अगर आप भी घर पर कलश स्थापित करने जा रहे हैं तो आपको बता दें इसके लिए दो मुहूर्त आएंगे। पहला मुहूर्त सुबह 7:33 से 9:29 तक रहेगा।
इस दौरान घर पर कलश स्थापना करना सबसे शुभ माना जाता है। इस समय चूके तो इसके बाद आपको दोपहर 11:30 बजे कलश स्थापना का मुहूर्त आएगा। जो दोपहर 12:15 बजे तक रहेगा।
कलश पर नारियल का मुंह किधर होना चाहिए?
घर में नवरात्रि में स्थापित किए जाने वाले नारियल के नियम (Nariyal ke Niyam) अलग होते हैं। यदि आप भी घर में कलश स्थापना कर रहे हैं तो इसमें रखे जाने वाले नारियल का मुंह आपकी तरफ होना चाहिए यानी नारियल की जटाएं आपके तरफ होना चाहिए।
नारियल खड़ा रखना चाहिए या लिटाकर?
ज्योतिषाचार्य के अनुसार कलश स्थापना में रखा जाना वाला नारियल हमेशा लिटाकर रखा जाना चाहिए। ये नारियल भगवान के बीचोंबीच स्थापित किया जाना चाहिए।
नारियल के साथ कलश स्थापना के नियम क्या हैं?
हर पूजा में कलश स्थापना के अलग नियम होते हैं। नवरात्रि में घर पर कलश स्थापना करने के लिए सबसे पहले एक तांबे के लोटे में जल भर कर पूजन सामग्री डालकर उस पर नारियल को आड़ा रखें।
नवरात्रि पूजा कलश में क्या-क्या डालना चाहिए?
नवरात्रि के दौरान कलश स्थापना करने के लिए तांबे का लोटा लें। इस पर रक्षा सूत्र बांध कर स्वास्तिक चिन्ह बनाएं। इसके बाद इसमें जल भरकर, चावल, सुपाड़ी, गंगाजल, सिक्का, हल्दी की गांठ, सर्व औषधी, फूल, अक्षत, रोली, पंच पल्व (आम, जामुन, बरिया, वट, पीपल के पत्ते) डालें।
इसके बाद इस पर एक पूर्ण पात्र यानी एक कटोरी रख कर उसमें चावल डालें। फिर इस पात्र पर रक्षासूत्र बंधा नारियल रखें। इसके बाद गंगा, यमुना नदियों का आव्हान करके पूजा प्रारंभ करें।