नई दिल्ली। Chairta Navratri 2023 Totke इस वर्ष 22 मार्च यानि बुधवार से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही है। पूरे नौ दिन Maa Shailputri भक्त मां की आराधना में लीन रहेंगे। नवरात्री के नौ दिनों में मां के अलग-अलग रूपों की Chairta Navratri 2023 Day 1 Maa Shailputri पूजा की जाएगी। मां का प्रथम रूप मां शैलपुत्री है। यानि नवरात्रि के पहले दिन मां के शैलपुत्री रूप की आराधना और पूजा होगी। तप, जाप, ध्यान आदि विधियों द्वारा माता रानी को प्रसन्न करने की कोशिश की जाएगी। इसके अलावा लाल किताब और शास्त्रों में भी कुछ उपाय बताए गए है। जिन्हें करके आप माता रानी को प्रसन्न कर सकते हैं। आइए पंडित रामगोविन्द शास्त्री से जानते हैं कि कैसे एक पीपल का पत्ता आपको धनवान बना सकता है।
नवरात्रि में करें ये अचूक टोटके – Chairta Navratri 2023 Totke
- यदि आप अपनी मनोकामनाएं मां के आशीर्वाद से पूरी करना चाहते हैं तो आपको इन दिनों में मां के मंदिर या घर पर लाल ध्वज चढ़ाएं।
- लंबे समय से अटके कामों का पूरा करने के लिए नवरात्रि के नौ दिनों तक माता रानी को लाल चुनरी में 5 प्रकार के मेवे रखकर अर्पित करें। इसके बाद यह प्रसाद खुद ही ग्रहण कर लें।
- अगर आप घर में धन-दौलत चाहते हैं तो इन दिनों में पीपल के पत्ते पर राम नाम लिख कर उस पर मिठाई रखें। फिर इस पत्ते को हनुमान जी के मंदिर में चढ़ाएं। इससे आपको लाभ होगा।
चौघड़िया के अनुसार Chairta Navratri 2023 Totke
- सुबह 6 बजे से 9 30 बजे तक लाभ मुहूर्त
- सुबह 7ः30 बजे से 9 बजे तक अमृत चौघडिया
- सुबह 10ः30 बजे से 12 बजे तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा।
- इस मुहूर्त में नहीं करना है कलश स्थापना – Chairta Navratri 2023 Totke
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार सुबह 9 बजे से सुबह 10ः30 बजे तक कालयोग रहेगा। इस दौरान घट स्थापना Ghatasthapana नहीं करना चाहिए। ये अशुभ मुहूर्त माना जाता है। इसके अलावा स्थिर लग्न और चौघड़िया देखकर घट स्थापना की जा सकती है।
पूरे नौ दिन की रहेंगी नवरत्रि — Chaitra Navratri 2023 :
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार नवरात्रि पर किसी भी तिथि की घट—बड़ नहीं होगी। यानि इस साल चैत्र नवरात्रि पूरे नौ दिन की रहेंगी। जिसकी शुरू 22 मार्च से होगी जो 30 मार्च तक चलेंगी। इस बार किसी भी तिथि का खंडन नहीं होगा।
नौ दिन नौ रूपों की पूजा — Chaitra Navratri 2023 :
22 मार्च — मां शैलपुत्री
23 मार्च — मां ब्रहृमचारिणी
24 मार्च — मां चंद्रघंटा
25 मार्च — मां कूष्मांणा
26 मार्च — मां स्कंद माता
27 मार्च — मां कात्यायनी
28 मार्च — मां कालरात्रि
29 मार्च — मां महागौरी
30 मार्च — मां सिद्धिदात्री
घटस्थापना पूजन सामग्री (Ghatasthapana Pujan Samagri),
- सप्त धान्य के लिए साफ मिट्टी
- 7 अलग-अलग तरह के अनाज
- छोटा मिट्टी या पीतल का घड़ा
- कलश को भरने के लिए गंगा जल
- कलावा
- इत्र
- सुपारी
- कलश में रखने के लिए सिक्का
- आम या अशोक के 5 पत्ते
- कलश को ढकने के लिए एक ढक्कन
- अक्षत
- बिना छिला हुआ नारियल
- नारियल को बांधने के लिए लाल कपड़ा
- गेंदे के फूल
- दूर्वा घास
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