नई दिल्ली। Chaitra Navratri Day 8 Durga Ashtami 2023 चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी का पूजन किया जाता है। नवरात्रि या दुर्गोत्सव के आठवां दिन दुर्गाष्टमी के रूप में जाना जाता है। मान्यता अनुसार यह दिन सबसे शुभ माना जाता है। इसे महा अष्टमी भी कहते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस दिन लोग अपनी कुल देवी की पूजा करते है। इस बार नवरात्री की अष्टमी तिथि अष्टमी आज है आखिर क्यों है इस दिन की महत्ता। आइए पंडित राम गोविंद शास्त्री से जानते हैं इससे संबंधित कुछ खास बातें।
वंश वृद्धि के लिए होगी कुल देवी की पूजा Chaitra Navratri 2023 Day 8
दुर्गाष्टमी पर कई लोग कुल देवी का पूजन करते हैं। सबकी अपनी परंपरा अनुसार सप्तमी, अष्टमी और नवंमी पर भी होता है लेकिन अधिकतर घरों में अष्टमी पूजन किया जाता है। पंडित राम गोविन्द शास्त्री के अनुसार कुल देवी वंश को आगे बढ़ाने वाली होती हैं। इसलिए इस वंश वृद्धि घर के कुल की सलामती के लिए कुल देवी का पूजन किया जाता है।
यह रही दुर्गा अष्टमी की कथा Chaitra Navratri 2023 Day 8 katha
कथा अनुसार दो राक्षसों शुंभ और निशुंभ द्वारा देवताओं को हराए जानें के बाद देवलोक पर आक्रमण कर दिया गया। इसके बाद चंड व मुंड सेनापतियों को भेजा गया। तब इसी दिन यानी अष्टमी पर इस दौरान देवताओं की प्रार्थना पर मां पार्वती द्वारा देवी चंडी की रचना की गई। तब मां चंडी ने चंड और मुंड का वध किया। इसी दौरान मां पार्वत द्वारा चंडी देवी को चामुंडा नाम दिया गया।
इन शक्तियों की होती है पूजा Chaitra Navratri 2023 Day 8 puja
महाअष्टमी पूजन का हमारे धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन मां के 64 योगिनियों, मां के 8 रूपों यानि मां की अष्ट शक्तियों की पूजा की जाती है। मां के विभिन्न रूपों में मां की विभिन्न शक्तियाँ का स्वरूप झलकता है। इस दौरान मां ब्राह्मी, माहेश्वरी, कौमारी, वैष्णवी, वारही, नरसिंही, इंद्राणी और चामुंडा आठ शक्तियों की पूजा की जाती है।
संधि पूजा का है खास महत्व Chaitra Navratri 2023 Day 8 mahatva
अष्टमी पूजन पर संधि पूजा का विशेष महत्व है। संधि जैसे नाम से ही स्पष्ट है जब दो तिथियों का मिलन होता है। उसे संधि कहते हैं। इसी तरह जब अष्टमी तिथि समाप्त होती है और नवमी तिथि शुरू होती है। उस समय को संधि पूजा कहते हैं। इसी समय पर संधि पूजा की जाती है। ये पूजा इसलिए खास मानी जाती है कि इस संधि के दौरान ही देवी चामुंडा माता ने चंड और मुंड राक्षसों का वध किया था।
मां महागौरी की पूजन विधि Chaitra Navratri 2023 Day 8 maa gauri puja vidhi
अष्टमी तिथि के दिन प्रातरूकाल स्नान.ध्यान के पश्चात कलश पूजन कर मां की विधि.विधान से पूजा करें। इस दिन मां को सफेद पुष्प अर्पित करेंए मां की वंदना मंत्र का उच्चारण करें। आज के दिन मां की हलुआए पूरीए सब्जीए काले चने और नारियल का भोग लगाएं। माता रानी को चुनरी अर्पित करें। अगर आपके घर अष्टमी पूजी जाती है तो आप पूजा के बाद कन्याओं को भोजन भी करा सकते हैं ये शुभ फल देने वाला माना गया है।
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