CGPSC Scam: सीजीपीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और कारोबारी श्रवण कुमार गोयल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आज रायपुर की स्पेशल कोर्ट में दोनों को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पूरी होने के बाद पेश किया गया। सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 20 दिसंबर तक के लिए फिर से न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। दोनों को रायपुर की सेंट्रल जेल में रखा जाएगा।
171 पदों के लिए शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के दौरान हुए सीजीपीएससी घोटाले में फंसे टामन सोनवानी और श्रवण गोयल को अब जेल में रहना होगा। सीजीपीएससी परीक्षा 2021 में 171 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी।
इस परीक्षा के प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को आयोजित किए गए थे, जिनमें 2,565 अभ्यर्थी सफल हुए थे। इसके बाद, 26 से 29 मई 2022 तक हुए मेन्स परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए। अंत में, 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी की गई।
टामन सिंह सोनवानी पर करोड़ों की वसूली का आरोप
आरोप है कि सीजीपीएससी के चयन प्रक्रिया में धांधली करने के दौरान टामन सिंह सोनवानी ने करोड़ों रुपये की वसूली की। इस मामले की जांच कर रही सीबीआई ने पर्याप्त साक्ष्य जुटाने के बाद 18 नवंबर को सोनवानी और गोयल को गिरफ्तार किया।
19 नवंबर को उन्हें स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 7 दिन की रिमांड पर जेल भेजा गया। सीबीआई ने इस दौरान दोनों से सीजीपीएससी घोटाले के संबंध में पूछताछ की। आरोप है कि सोनवानी ने मोटी रकम लेकर अपने रिश्तेदारों, कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के बच्चों को नौकरी दिलवाई।
CBI ने शुक्रवार को आरती वासनिक के घर पर मारा छापा
आज, जब टामन सोनवानी और श्रवण गोयल की 14 दिन की न्यायिक रिमांड पूरी हुई, उन्हें फिर से स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 20 दिसंबर तक जेल भेजने का आदेश दिया।
वहीं, सीजीपीएससी घोटाले की जांच में सीबीआई ने तेजी लाते हुए शुक्रवार को पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक के राजनांदगांव स्थित घर पर छापा मारा और वहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए। इससे पहले भी सितंबर में आरती वासनिक के घर पर छापे और पूछताछ की गई थी।