Chhattisgarh (CG) Weather Update Today 28 June – 29 June: छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है और इसके चलते प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है। राजधानी रायपुर समेत कई जिलों में शुक्रवार देर रात से ही लगातार बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और मौसम सुहावना हो गया है। मौसम विभाग ने मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ के लिए विशेष अलर्ट जारी करते हुए अगले पांच दिनों तक बारिश की संभावना जताई है।

अगले 5 दिन गरज-चमक और वज्रपात के साथ बारिश का दौर
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में आगामी 5 दिनों तक कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा जारी रह सकती है, जबकि एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा और वज्रपात का खतरा बना रहेगा। विशेषकर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, बस्तर, दंतेवाड़ा, कोरिया और सरगुजा संभाग के जिलों में गरज-चमक और आंधी के साथ मूसलधार बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
रायपुर और आसपास की नहरें और डेम उफान पर
लगातार हो रही बारिश से राजधानी रायपुर और आसपास के इलाकों में तापमान गिरकर 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। पेंड्रारोड में न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं दुर्ग में अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री रहा। बारिश के चलते कई छोटे-बड़े डेम और नहरें उफान पर हैं, जिससे प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है।

इन जिलों में हो सकती है सबसे ज्यादा बारिश
मौसम विभाग (CG Weather Update) के मुताबिक, प्रतापपुर, दर्री, प्रेमनगर, बेलगहना, कुसमी, सूरजपुर, राजिम, बलरामपुर, बिहारपुर, औंधी, केल्हारी, पेंड्रा, सुकमा, बीजापुर, जशपुरनगर, अंबिकापुर, बगीचा, कटघोरा, भिलाई, आरंग, लैलूंगा, कोरबा, चिरमिरी, सोनहत, देवभोग, कोंटा, सीतापुर, पसान और मंदिर हसौद जैसे क्षेत्रों में बीते 24 घंटे में अच्छी वर्षा दर्ज की गई है और आने वाले दिनों में बारिश की तीव्रता और भी बढ़ सकती है।
सिनोप्टिक सिस्टम से बने हालात
वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से लेकर गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश तक एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका बनी हुई है, जो समुद्र तल से करीब 5.8 किमी ऊपर तक फैली हुई है। इसके साथ ही, बंगाल की खाड़ी में एक नया ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण विकसित हो रहा है, जिससे अगले 24 घंटों के भीतर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसका प्रभाव सीधे छत्तीसगढ़ और आसपास के राज्यों पर देखने को मिलेगा।
बेवजह घर से बाहर न निकलें, वज्रपात से सतर्क रहें
प्रदेश के कई हिस्सों में वज्रपात और आंधी की स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि गरज-चमक और बिजली कड़कने के समय घरों में सुरक्षित रहें, पेड़ और बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों और अनावश्यक बाहर निकलने से बचें।
एक ओर जहां बारिश ने तपती गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर लगातार हो रही बारिश से शहरों में जलभराव और ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका भी बनी हुई है। प्रशासन ने आवश्यक तैयारी करने के निर्देश जारी किए हैं। लोगों को बारिश से जुड़ी हर अपडेट के लिए स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग के अलर्ट पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है।