CG Weather Update: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बिजली की चपेट में आने से 11 साल के बच्चे की मौत हो गई। घटना में 8 लोग घायल हैं। सभी लोग रविवार की दोपहर गांव के तालाब के पास पिकनिक मना रहे थे। इस दौरान अचानक तेज आंधी, तूफान और बारिश के साथ बिजली गिरी।
इधर, रायपुर और दुर्ग में तेज गर्मी और उमस के बीच शनिवार देर रात से मौसम अचानक करवट ली। इसके चलते रात में रायपुर और रविवार सुबह दुर्ग जिले के कुछ इलाकों में तेज बारिश हुई। हालांकि, रविवार को दिन का पारा चढ़ने से फिर गर्मी बढ़ (CG Weather Update) गई।
आज से फिर शुरू होगा झमाझम बारिश का दौर
मौसम विभाग के अनुसार अगले 5 दिनों तक रायपुर, दुर्ग और कांकेर संभाग में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने 23 सितंबर से फिर बस्तर संभाग के कई जिलों के लिए भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया (CG Weather Update) है।
बारिश से बचने पेड़ के नीचे खड़े थे तभी गिरी बिजली
जानकारी के अनुसार रविवार को जांजगीर-चांपा में गांव के लोग तालाब के पास पिकनिक मना रहे थे। इस दौरान बारिश से बचने के लिए सभी तालाब के पास आम के पेड़ के नीचे खड़े हो गए थे। इस बीच बिजली गिरने से 7 युवक 2 बच्चे घायल हो गए।
सभी को इलाज के लिए जिला अस्पताल जांजगीर में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान चंद्रहास दर्वेश (11) को डॉक्टर ने मृत घोषित किया। जिला अस्पताल चौकी में मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रखा गया है। सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
बीजापुर में सबसे ज्यादा बारिश
रविवार को प्रदेश में मानसून की सक्रियता सामान्य से बहुत कम रही। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक बारिश बीजापुर के कुटरु में 50 मिमी हुई है। वहीं गंगालूर, कुसमी, सुकमा, दंतेवाड़ा में 30 मिमी, पखांजूर, सगीदम, उसूर में 20 मिमी और दोरनापाल में 1 0 मिमी बारिश दर्ज की (CG Weather Update) गई।
मौसम विभाग का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका बीकानेर, गुना, मंडला, राजनांदगांव, गोपालपुर से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। 23 सितंबर को उत्तर-पश्चिम और पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। जिसकी कारण बस्तर संभाग के जिलों में बारिश हो सकती (CG Weather Update) है।
एक हफ्ते बाद मानसून की विदाई
मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में मानसून की विदाई को 8 दिन बचे हैं। 1 जून से 30 सितंबर का मानसून सीजन होता है। मानसून जब शुरू होता है तब पूरे देश में हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम हो जाती है। जून से सितंबर यानी मानसून अवधि में हवा अरब सागर की ओर से होकर पूरे भारत में बहती है। इसलिए इसे दक्षिण-पश्चिम मानसून कहा जाता (CG Weather Update) है।
दक्षिण की ओर से आने वाली हवा अपने साथ समुद्र की नमी लेकर आती है और इसी से बारिश होती है। मानसून विदा होने का मतलब है कि हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम से बदलकर उत्तर और उत्तर-पूर्व हो जाना। इस सीजन में अब तक 1160.1 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत से 5 प्रतिशत अधिक (CG Weather Update) है।
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