CG Tendu Leaf Bonus Scam: सुकमा (Sukma) के बहुचर्चित तेंदूपत्ता बोनस घोटाले (Tendu Leaf Bonus Scam) में गिरफ्तार निलंबित IFS अधिकारी अशोक पटेल (IFS Ashok Patel) को बुधवार को रायपुर (Raipur) की विशेष अदालत में पेश किया गया।
आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने कोर्ट से 30 अप्रैल तक की रिमांड की मांग की थी, लेकिन अदालत ने 26 अप्रैल तक की रिमांड ही मंजूर की। अब अगले तीन दिन ACB-EOW की संयुक्त टीम उनसे पूछताछ करेगी।
2021-22 में हुआ करोड़ों का घोटाला
यह घोटाला वर्ष 2021-22 के दौरान तेंदूपत्ता बोनस वितरण (Tendu Leaf Bonus Distribution) से जुड़ा है। आरोप है कि वन विभाग (Forest Department) द्वारा अप्रैल–मई 2022 में 7 करोड़ रुपये की राशि आदिवासी तेंदूपत्ता संग्राहकों (Tribal Tendu Collectors) को दी जानी थी, लेकिन यह राशि बैंक से निकाली जरूर गई, मगर लाभार्थियों तक नहीं पहुंची।
मनीष कुंजाम की शिकायत के बाद खुला मामला
जनवरी 2025 में इस घोटाले की जानकारी मिलने पर पूर्व विधायक मनीष कुंजाम (Manish Kunjam) ने सुकमा कलेक्टर और मुख्य वन संरक्षक (CCF) को पत्र लिखकर जांच की मांग की। इसके बाद जिला प्रशासन और वन विभाग ने दो अलग-अलग जांच समितियां गठित कीं।
डीएफओ अशोक पटेल की संदिग्ध भूमिका, निलंबन के बाद गिरफ्तारी
जांच के दौरान सुकमा और कोंटा (Konta) जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में तेंदूपत्ता संग्राहकों से बयान लिए गए। इसमें तत्कालीन डीएफओ (DFO) अशोक पटेल की भूमिका संदिग्ध पाई गई। प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया और 17 अप्रैल को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
ACB-EOW की संयुक्त टीम की निगरानी में पूरा मामला
अब यह मामला ACB और EOW की निगरानी में है। टीम सुकमा व कोंटा क्षेत्र के तेंदूपत्ता प्रबंधकों पर लगातार निगाह बनाए हुए है। सूत्रों के अनुसार पूछताछ में कई और अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम सामने आ सकते हैं।
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