Raipur News: रायपुर (Raipur) की शांति को उस वक्त गहरा झटका लगा जब रविवार सुबह बूढ़ातालाब (Budatalab) में मछुआरों को पानी में तैरता नवजात शिशु (Newborn Baby) का शव मिला। इस भयावह दृश्य को देखकर तालाब में मौजूद मछुआरे कांप उठे। उन्होंने तुरंत ही डायल 112 (Dial 112) को सूचना दी। कुछ ही देर में पुरानी बस्ती थाना (Purani Basti Thana) क्षेत्र की पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई।
मौके पर पहुंची पुलिस, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
टीआई योगेश कश्यप (TI Yogesh Kashyap) ने बताया कि सुबह-सुबह सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। शव को बाहर निकालने के बाद पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए भेज दिया गया है ताकि शिशु की मौत के कारणों की पुष्टि हो सके। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने बताया कि यह भ्रूण लगभग 7 से 8 महीने का हो सकता है।
अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस टीम आसपास के अस्पतालों (Hospitals) के रिकॉर्ड खंगाल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हाल ही में किस महिला ने डिलीवरी कराई है या कोई गर्भपात (Abortion) तो नहीं कराया गया।
सीसीटीवी फुटेज से सुराग ढूंढने की कोशिश
इसके अलावा पुलिस ने तालाब के आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी (CCTV Footage) फुटेज भी खंगालना शुरू कर दिया है। पुलिस को उम्मीद है कि फुटेज के माध्यम से आरोपी या आरोपियों की पहचान हो सकेगी। स्थानीय लोगों से भी पूछताछ जारी है ताकि किसी को कुछ संदिग्ध नजर आया हो तो जानकारी मिल सके।
इलाके में फैली दहशत, इंसानियत पर उठे सवाल
ऐसी घटनाएं समाज को झकझोर कर रख देती हैं। एक तरफ जहां लोग बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ (Beti Bachao Beti Padhao) जैसी मुहिम की बातें करते हैं, वहीं दूसरी ओर इस तरह का कृत्य इंसानियत पर सवाल खड़े कर देता है। आसपास के लोगों में इस घटना को लेकर आक्रोश और दहशत दोनों देखने को मिल रहा है।
पुलिस ने लोगों से मांगी मदद
पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि अगर किसी को किसी संदिग्ध महिला या परिवार के बारे में जानकारी हो तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। जिससे आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके और मृत नवजात को न्याय मिल सके।
फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे यह साफ हो सके कि शिशु जन्म के बाद जीवित था या मृत। इसके बाद आगे की जांच की दिशा तय की जाएगी।