RAIPUR:स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के बहाने छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस और भाजपा के बीच एक नई राजनीतिक जंग का माहौल बन रहा है यह जंग स्वतंत्रता संग्राम की विरासत और उसके प्रतीकों का इस्तेमाल कर लड़ी जा रही है इस लड़ाई की जमीनी राजनीति आयोजनों बयानों से लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक है,फिलहाल भाजपा और उसके नेताओं ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सोशल मीडिया पर अपनी डीपी बना रखी है,तो वहीं कांग्रेस ने जवाहरलाल नेहरू की वह आईकॉनिक तस्वीर इस्तेमाल की है जिसमें वह संविधान सभा में तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में इंट्रोड्यूस करा रहे हैं,वही कांग्रेस अब RSS को भी तिरंगा अपनाने की सोशल मीडिया में मुहिम चला रहे हैं इसे लेकर सियासी बयानबाजी भी जारी है।।
मामला ऐसे हुआ शुरू
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपील के बाद कांग्रेस बीजेपी सभी ने अपनी डीपी में तिरंगा ध्वज को लगाया है लेकिन r.s.s. ने अभी तक अपनी प्रोफ़ाइल में तिरंगा ध्वज को नहीं लगाया है वही आजादी के 75 साल पूरे होने पर भाजपा जहां हर घर तिरंगा अभियान के माध्यम से हर घर तक तिरंगा पहुंचाने की जुगत में लगी है,तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में क्रांति दिवस के रूप में 75 किलोमीटर लंबी तिरंगा पदयात्रा निकालने जा रही है।
सीएम ने साधा निशाना
सीएम भूपेश बघेल ने कहा 52 साल तक r.s.s. मुख्यालय में तिरंगा झंडा नहीं फहराया और अपने आप को वो राष्ट्रवादी कहते हैं इसको तो सेंट्रल गवर्नमेंट को देखना चाहिए सबको डीपी बदलने की बात कह रहे है लेकिन जिस संगठन से जुड़े हैं वो डीपी नहीं बदल रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष भी पीछे नहीं
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा बीजेपी को राजनीति करने का हक नहीं है उनको जो राष्ट्रीय r.s.s. है 52 साल तक उनके कार्यालय में तिरंगा नहीं फहराया गया 1948 में आर एस एस ने तिरंगा को पैरों से रौंदा था तो ये किस राष्ट्रवाद की बात करते हैं,हम तो गौरव के रूप में जो हमारे नेताओं ने आजादी की लड़ाई लड़ी थी हर विधानसभा में 75 किलोमीटर की पदयात्रा करके तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं।
बीजेपी का पलटवार
4 वही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा आजादी का अमृत महोत्सव है सभी को राजनीति से हटकर इस में भाग लेना चाहिए लेकिन कांग्रेस तो हर चीज में राजनीति ढूंढती है हर चीज में राजनीति करना ठीक नहीं तिरंगा किसी एक का नहीं है तिरंगा हम सभी का है।
बरहाल देश भर में 75 वी आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है इस आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में देशभक्ति के बहाने राजनीतिक दलों ने सियासी अभियान छेड़ दिया कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर है तो वहीं बीजेपी कांग्रेस पर अब देखना होगा अमृत महोत्सव को लेकर शुरू हुई सियासत कितने दूर तक जाती है।