Cheating in CG by Fake ED officer: स्पेशल 26 वैसे तो यह पिक्चर का नाम है जिसमें सीबीआई के अधिकारी बनकर बड़ी शातिर तरीके से ठग करोड़ों की ठगी को अंजाम देते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में चल रहे लगातार ईडी के छापे के बाद एक फर्जी ईडी का गिरोह दुर्ग पुलिस के हत्थे चढ़ा है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 1 करोड़ रुपए बरामद किये हैं। इन आरोपियों में महिला आरोपी भी शामिल है।
कैसे की 2 करोड़ के ठगी
इन ठगों ने बीते दिनों 27 जून की रात पहले खुद को ED का अधिकारी बताकर चावल व्यापारी से 2 करोड़ रुपए ठगे थे। 6 अंजान लोग ब्लैक स्कॉर्पियो में आये थे। इन शातिर लोगों ने चावल व्यापारी को डराया धमकाया। दरअसल उस दिन बड़े ही शातिर तरीके से ठागों ने उसे 2 करोड रुपए ठग लिए थे। पहले इन्वेस्टमेंट की बातों का झांसा दिया उसके बाद मिनिमम इन्वेस्टमेंट 2 करोड रुपए बताएं जैसे ही विनीत गुप्ता ने रकम जमा की।
ईडी दुर्ग फेक ऑफिस ने रेड कर दिया। व्यापारी विनीत गुप्ता इससे पहले कि कुछ समझ पाता उससे पहले पैसे को जप्त कर विनोद गुप्ता को लेकर फर्जी ईडी टीम दुर्ग से फरार हो गई। हालांकि दुर्ग जिला सीमा पार करने के बाद ठगों ने उसे राजनांदगांव में छोड़ दिया। इसके बाद उसने इस बात की जानकारी दुर्ग पुलिस को दी।
30 घंटे में ठगी का मास्टरमाइंड गिरफ्तार
पुलिस ने तत्काल एक्टिव होते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाले पुलिस को पता चला कि सभी जो फर्जी ईडी अधिकारी है। फोर व्हीलर में महाराष्ट्र से आए थे और वे उसी ओर रवाना हुए है। दुर्ग पुलिस ने तत्काल देरी नहीं करते हुए टीम मुंबई के लिए रवाना किया। जहां पहले ही 30 घंटे में ठगी का मास्टरमाइंड गिरीश श्रीचंद वालों वाकेचा और अब्दुल हमीद दुर्ग पुलिस के हत्थे चढ़ गए। जिसके बाद दुर्ग पुलिस लगातार ट्रेस करते हुए अन्य 9 आरोपी तक पहुंची। फिलहाल मामले में तीन आरोपी फरार है।
पहले भी दे चुके है घटना को अंजाम
दुर्ग एसपी सलभ सिन्हा ने बताया कि शातिर ठग सीबीआई बन कर पहले भी महाराष्ट्र में इस प्रकार की घटना को अंजाम दे चुका है। आरोपियों के पास से निकली ईडी डिपार्टमेंट की आईडी एक करोड़ 26 लाख कैश और तमाम ऐसे दस्तावेज प्राप्त हुए हैं जोकि काफी संदिग्ध है।
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