हाइलाइट्स
-
हरियाणा की तर्ज पर सीजी में होगी GIS मैपिंग
-
रजिस्ट्रियों की शिकायतें मिलीं, उनकी जांच होगी
-
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कही GIS मैंपिंग की बात
CG News: छत्तीसगढ़ सरकार की विजिलेंस टीम अब बड़ी रजिस्ट्रियों पर नजर रहेगी।
भ्रष्टाचार रोकने के लिए एक करोड़ रुपए से ज्यादा की रजिस्ट्रियों पर प्रदेश सरकार ने कमर कस ली है।
जिसके अनुसार अब सरकार पुराने मामलों की भी जांच कराएगी।
सूत्र बताते हैं प्रदेश सरकार हरियाणा की तर्ज पर GIS मैपिंग भी कराएगी।
CG News: वित्त मंत्री OP Choudhary ने कहा '1 करोड़ से अधिक की Registry पर नजर', 'पुराने प्रकरणों की भी होगी जांच'@vishnudsai @OPChoudhary_Ind @BJP4CGState @DeepakBaijINC @DPRChhattisgarh#chhattisgarh #ChhattisgarhNews #registry #vishnudevshay #opchoudhary #deepakbaij… pic.twitter.com/Wv1eO1Vjzs
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) May 28, 2024
छत्तीसगढ़ वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने मंगलवार को कहा कि रजिस्ट्रियों में गड़बड़ी की कुछ शिकायतें मिली (CG News) हैं।
भ्रष्टाचार पर लगाम लगे, इसलिए एक करोड़ से अधिक की रजिस्ट्रियों पर नजर रखी जाएगी। जरूरत हुई तो जांच भी कराएंगे।
यहां बता दें हरियाणा में भी बहुत पहले से GIS मैपिंग कराई जा रही है। उसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ में अब GIS मैपिंग कराई जाएगी।
पुराने प्रकरणों की भी होगी जांच
प्रदेश में बड़े पैमाने पर जमीनों की नाप-तौल में गड़बड़ी की शिकायतें लगातार मिल रही (CG News) थीं,
लेकिन इनका विभागीय स्तर पर समाधान नहीं हो रहा था। जिसके बाद शिकायतें आला अफसरों और मंत्रियों तक भी पहुंच गईं।
इसके बाद अब सरकार इसे लेकर गंभीरता दिखा रही है।
इसी सिलसिले में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि इस मामले में पुराने प्रकरणों की भी शिकायत होगी।
GIS मैपिंग क्या है?
GIS, भौगोलिक सूचना प्रणाली का संक्षिप्त नाम है। यह एक विशेष प्रकार की मैपिंग तकनीक है।
जो भौगोलिक बिंदुओं से जुड़े डेटा को लेयर करने की अनुमति देती है।
स्टेटिक मैप (Static Map) पर केवल कुछ प्रमुख विशेषताओं को देखने के बजाय, जीआईएस मैपिंग गतिशील टूल में डेटा परतों के अनुकूलन योग्य संयोजनों को देखने की अनुमति देता है।