रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य को देश के सबसे स्वच्छ राज्य का पुरस्कार प्रदान किया गया है और शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नई दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से यह सम्मान प्राप्त किया और इसका श्रेय विशेष रूप से राज्य की महिलाओं को दिया। स्वच्छ अमृत महोत्सव कार्यक्रम में राज्य के सर्वाधिक 67 नगरीय निकायों को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार दिए गए हैं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि राज्य ने लगातार तीसरे साल स्वच्छतम राज्य का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है तो इसका श्रेय छत्तीसगढ़ के पौने तीन करोड़ लोगों को जाता है। उन्होंने कहा कि मैं विशेष रूप से राज्य की महिलाओं को इसका श्रेय देना चाहूंगा, जिन्होंने शहरों से लेकर गांवों तक स्वच्छता की एक नयी संस्कृति का निर्माण किया है। अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ देश का ऐसा एक मात्र राज्य है जहां नौ हजार से अधिक स्वच्छता दीदियों द्वारा घर-घर से 1,600 टन गीला एवं सूखा कचरा एकत्रीकरण करते हुए वैज्ञानिक रीति से कचरे का निपटान किया जा रहा है। इसके अलावा भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ को देश का प्रथम ओडीएफ़ (खुले में शौच से मुक्त) प्लस राज्य घोषित किया गया है। स्वच्छता के मामले में छत्तीसगढ़ 2019 और 2020 में भी अग्रणी राज्य रहा है।
पुरस्कार समारोह के उपरांत माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी के साथ समूह फोटो. pic.twitter.com/QbESe42dO1
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 20, 2021
बापू कहते थे, "स्वच्छता को अपने आचरण में इस तरह अपना लो कि वह आपकी आदत बन जाए."
छत्तीसगढ़वासियों की यही आदत हमें लगातार तीसरी बार स्वच्छतम राज्य बनाती है.#ChhattisgarhNumber1 pic.twitter.com/EPClnuErXz
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